Edited By Tanuja,Updated: 05 Oct, 2025 07:04 PM

सिंध प्रांत के कोटरी में हिंदू युवक दौलत बागरी को ढाबे पर खाना खाने के लिए पीटा गया और उसके 60 हजार रुपये लूट लिए गए। घटना का वीडियो वायरल हुआ। पुलिस ने FIR दर्ज की, लेकिन कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान सरकार और UNHRC...
International Desk: पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की घटनाएँ लगातार सामने आ रही हैं। सिंध प्रांत के कोटरी शहर से एक शर्मनाक घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया। हिंदू बागरी समुदाय के युवक दौलत बागरी को सिर्फ ढाबे पर खाना खाने के लिए बेरहमी से पीटा गया। रिपोर्ट के अनुसार, दोपहर के समय दौलत एक सड़क किनारे ढाबे पर खाना खाने गया। होटल मालिक और कुछ अन्य लोगों ने उसकी मौजूदगी पर ऐतराज जताया और कहा, “तुम हिंदू हो, यहां कैसे खा सकते हो।” इसके बाद उन्हें पकड़कर हाथ-पैर बांध दिया और बुरी तरह पीटा। उसके पास रखे 60 हजार रुपये भी लूट लिए गए।
वीडियो हुआ वायरल: घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें दौलत को रस्सियों से बंधा और पीटा जाता दिखाया गया। वीडियो सामने आने के बाद पाकिस्तान में लोगों ने नाराजगी जताई। पुलिस ने FIR दर्ज की: विवाद बढ़ने पर कोटरी पुलिस ने दौलत की शिकायत पर 7 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। आरोपियों में होटल मालिक और स्थानीय लोग शामिल हैं: फैयाज अली, अरशद अली, मोइन अली, शफी मुहम्मद, नियाज, दर मुहम्मद और इकराम। हालांकि अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई, जिससे पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठ रहे हैं।
मानवाधिकारियों की चेतावनी: पीड़ित पक्ष ने पहले ही जमशोरो जिला और सत्र अदालत में याचिका दायर की थी। मानवाधिकार कार्यकर्ता डॉ. शर्मा ने इस घटना को “धार्मिक रंगभेद” करार दिया और कहा कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) को तुरंत दखल देना चाहिए। उनका कहना है कि पाकिस्तान में हिंदू और दलित अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना आवश्यक है।