Edited By Tanuja,Updated: 06 Mar, 2023 06:01 PM

ताइवान और चीन के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। इस बीच ताइवान ने चीन की सेना की अचानक घुसपैठ का खतरा जताया है। ताइवान ने चीनी सेना के...
ताइपे: ताइवान और चीन के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। इस बीच ताइवान ने चीन की सेना की अचानक घुसपैठ का खतरा जताया है। ताइवान ने चीनी सेना के 'अचानक प्रवेश' को लेकर इस साल द्वीप को अलर्ट रहने को कहा है। ताइवान के रक्षा मंत्री चिउ कुओ-चेंग ने सोमवार को चेतावनी देते हुए कहा कि चीन ने हाल के वर्षों में ताइवान के आस-पास अपनी सैन्य गतिविधियों को तेज कर दिया है। इसमें द्वीप के वायु रक्षा क्षेत्र में लगभग रोजाना वायु सेना की घुसपैठ शामिल है।
हालांकि ताइवान ने अभी तक चीनी सेना के अपने निकटवर्ती क्षेत्र में प्रवेश करने की किसी भी घटना की सूचना नहीं दी है। बता दें कि ताइवान के समुद्र तट से 24 नॉटिकल माइल यानी करीब 44.4 किमी का इलाका ताइवान के क्षेत्र में आता है। चिउ ने कहा कि चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ताइवान के हवाई और समुद्री क्षेत्र के करीब के क्षेत्रों में प्रवेश करने के बहाने खोज सकती है। दरअसल, द्वीप ने संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ अपने सैन्य आदान-प्रदान को बढ़ाया है। इससे चीन चिढ़ गया है। संसद में एक सांसद के सवालों का जवाब देते हुए यह बात चिउ ने कहीं।
उन्होंने कहा कि PLA ताइवान के क्षेत्र में 'अचानक प्रवेश' कर सकती है और अपने क्षेत्र के करीब पहुंच सकती है। विशेष रूप से इस साल के लिए उन्होंने ये टिप्पणियां की हैं, जिसका अर्थ है कि वे ऐसी तैयारी कर रहे हैं। अगर उन्हें वास्तव में बल प्रयोग करना है तो वे बल का प्रयोग करेंगे। ताइवान पहले ही साफ कर चुका है कि अगर चीनी सशस्त्र बल उसके क्षेत्र में प्रवेश करते हैं, तो वे आत्मरक्षा और जवाबी हमले के अपने अधिकार का प्रयोग करेगा। चीन स्व-शासित ताइवान पर अपना दावा करता है। चीन कह चुका है कि जरूरत पड़ने पर द्वीप को चीनी नियंत्रण में लाने के लिए बल प्रयोग कर सकता है। चीन की संप्रभुता के दावों को ताइवान खारिज करता है और कहता है कि केवल उसके लोग ही अपना भविष्य तय कर सकते हैं।