Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 19 Jun, 2025 04:07 PM

अमेरिका के कई राज्यों में एक खतरनाक फंगस एस्परगिलस फ्यूमिगेट्स (Aspergillus fumigatus) तेजी से फैल रहा है। यह फंगस इतना खतरनाक है कि कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों की बॉडी को अंदर से ही सड़ा देता है। फ्लोरिडा, टेक्सास, लुइसियाना, जॉर्जिया और...
नेशनल डेस्क: अमेरिका के कई राज्यों में एक खतरनाक फंगस एस्परगिलस फ्यूमिगेट्स (Aspergillus fumigatus) तेजी से फैल रहा है। यह फंगस इतना खतरनाक है कि कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों की बॉडी को अंदर से ही सड़ा देता है। फ्लोरिडा, टेक्सास, लुइसियाना, जॉर्जिया और कैलिफोर्निया जैसे राज्यों में इसके केस लगातार बढ़ रहे हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने भी इस फंगस को "क्रिटिकल प्रायॉरिटी पैथोजेन" की कैटेगरी में रखा है।
किन लोगों के लिए सबसे ज़्यादा खतरा?
सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार यह फंगस खासतौर पर उन लोगों को प्रभावित करता है जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है। इनमें शामिल हैं:
ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण अब यह फंगस उन इलाकों में भी फैल रहा है जहां पहले इसका खतरा नहीं था।
क्या होता है एस्परगिलस फ्यूमिगेट्स?
यह एक प्रकार का सैप्रोट्रॉफिक फंगस है, जो मिट्टी, गले-सड़े पौधों और कम्पोस्ट में पाया जाता है। यह हवा में तैरने वाले सूक्ष्म कण (स्पोर्स) बनाता है जो सांस के ज़रिए फेफड़ों तक पहुंचते हैं। हेल्दी इंसान के शरीर में यह कण इम्यून सिस्टम के ज़रिए नष्ट हो जाते हैं लेकिन कमजोर इम्यूनिटी वाले मरीजों में यह शरीर के अंदर फैलकर अंगों को खराब कर सकता है।
फंगस के लक्षण: कौन-कौन से हैं लक्षण जो आपको सतर्क कर सकते हैं?
1. एलर्जिक ब्रोन्कोपल्मोनरी एस्परगिलोसिस (ABPA)
-
अस्थमा और सिस्टिक फाइब्रोसिस के मरीजों में सामान्य
-
सांस फूलना, खांसी, सीने में दर्द
2. क्रॉनिक पल्मोनरी एस्परगिलोसिस (CPA)
-
लगातार खांसी, वजन घटना, सांस लेने में दिक्कत
-
खून की उल्टी (hemoptysis) संभव
3. इनवेसिव एस्परगिलोसिस
-
सबसे गंभीर और जानलेवा रूप
-
बुखार, सीने में दर्द, स्ट्रोक या दौरे जैसे लक्षण
-
दिमाग, दिल और किडनी तक पहुंच सकता है
4. साइनस इंफेक्शन
-
नाक बंद, चेहरे में दर्द, सिरदर्द
-
लक्षण कई बार निमोनिया या टीबी जैसे लगते हैं
फंगस से कैसे बचें? अपनाएं ये जरूरी सावधानियां
इस फंगस से पूरी तरह बचना आसान नहीं है क्योंकि यह हवा में मौजूद रहता है। लेकिन कुछ जरूरी उपाय अपनाकर इससे बचा जा सकता है:
-
धूल भरे इलाकों में जाने से बचें
-
निर्माण स्थलों या बगीचों में काम करते समय N95 मास्क पहनें
-
लंबी आस्तीन के कपड़े पहनें, स्किन ढंकी हो
-
स्किन में अगर कोई कट या घाव हो तो उसे तुरंत साफ करें
-
इम्यून सिस्टम कमजोर हो तो बाहर के संपर्क में सावधानी रखें
-
गार्डनिंग के समय दस्ताने पहनें
-
लक्षण महसूस होते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
यूरोप और भारत में भी बढ़ सकता है खतरा?
मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी की एक स्टडी के मुताबिक आने वाले वर्षों में यूरोप के 77% से ज्यादा हिस्सों में यह फंगस फैल सकता है। उत्तरी अमेरिका में भी इसके दायरे के बढ़ने की आशंका है। भारत जैसे गर्म और आद्र्र जलवायु वाले देशों में भी इसका खतरा अनदेखा नहीं किया जा सकता, खासकर जहां स्वच्छता और हेल्थ सिस्टम की स्थिति कमजोर है।
हेल्थ एजेंसियों का अलर्ट
WHO और CDC दोनों ही इस फंगस को लेकर अलर्ट मोड पर हैं। मेडिकल सिस्टम को इस बारे में जागरूक किया जा रहा है कि कैसे इस फंगस को जल्द पहचान कर मरीजों की जान बचाई जा सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि अब फंगस जनित बीमारियों को भी महामारी की तरह गंभीरता से लेना चाहिए।