महिलाओं के लिए Warning! वर्कप्लेस पर बार-बार ‘सॉरी’ मांगना पड़ सकता है करियर पर भारी

Edited By Updated: 11 Apr, 2025 04:42 PM

women saying sorry repeatedly at the workplace can cost you your career

महिलाओं द्वारा माफी मांगने की आदत उनके करियर पर असर डाल सकती है यह विचार हाल ही में एक शोध में सामने आया है। सामान्यत: यह माना जाता है कि महिलाएं पुरुषों से अधिक माफी मांगती हैं लेकिन क्या यह आदत उनके प्रोफेशनल जीवन में नुकसानदायक साबित हो सकती है?...

इंटरनेशनल डेस्क। महिलाओं द्वारा माफी मांगने की आदत उनके करियर पर असर डाल सकती है यह विचार हाल ही में एक शोध में सामने आया है। सामान्यत: यह माना जाता है कि महिलाएं पुरुषों से अधिक माफी मांगती हैं लेकिन क्या यह आदत उनके प्रोफेशनल जीवन में नुकसानदायक साबित हो सकती है? इस पर एक रिसर्च से यह सामने आया है कि महिलाओं के लिए यह आदत उनके आत्मविश्वास और करियर की सफलता में रुकावट डाल सकती है।

स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्री लिली लियू और मार्शल मो ने इस विषय पर शोध किया और इस लैंगिक अंतर को समझने की कोशिश की। इस अध्ययन में 700 अमेरिकियों को दो समूहों में बांटा गया एक 'वर्कर्स' और दूसरा 'एम्पलॉयर्स'। कर्मचारियों ने एक स्टैंडर्ड टेस्ट के मल्टी-ऑप्शनल सवाल हल किए और उनके प्रदर्शन को देखकर एम्पलॉयर्स ने उनके प्रमोशन के बारे में फैसला किया।

रिसर्च के दौरान यह पाया गया कि पुरुषों और महिलाओं का प्रदर्शन लगभग समान था पुरुषों ने 10 में से औसतन 4.16 और महिलाओं ने 4.24 अंक प्राप्त किए। हालांकि महिलाओं ने पुरुषों की तुलना में दोगुना माफी मांगने का प्रयोग किया। जब माफी को 0 से 100 के स्केल पर मापा गया तो महिलाओं ने औसतन 69 अंक प्राप्त किए जबकि पुरुषों ने 61।

 

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इस अध्ययन से एक दिलचस्प निष्कर्ष यह निकला कि महिलाओं का आत्मविश्वास पुरुषों से कम था। पुरुषों ने यह महसूस किया कि उन्होंने 10 में से 4 सवाल सही किए जबकि महिलाओं का मानना था कि उन्होंने सिर्फ 3.2 सवालों का सही जवाब दिया। हालांकि जब आत्मविश्वास को नियंत्रित किया गया तब भी महिलाएं पुरुषों से 12% अधिक माफी मांग रही थीं।

यह रिसर्च यह संकेत देता है कि जो महिलाएं माफी अधिक मांगती हैं उन्हें एम्पलॉयर्स द्वारा कम योग्य माना जा सकता है। हालांकि यह एक पूरी तरह से वास्तविक दुनिया पर लागू नहीं हो सकता लेकिन यह सुझाव देता है कि प्रमोशन पाने के लिए माफी मांगने से बचने की जरूरत नहीं है। हालांकि इसे अत्यधिक नहीं करना चाहिए क्योंकि यह कमजोरी की छवि पैदा कर सकता है। इसलिए माफी मांगते समय आत्मविश्वास और संतुलन बनाए रखना जरूरी है ताकि यह कमजोरी के रूप में न दिखाई दे।

 

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माफी की आदत: देशों के बीच अंतर

माफी की आदत हर देश में अलग-अलग होती है। उदाहरण के लिए कनाडा में लोग 'सॉरी' कहने में माहिर हैं। एक अध्ययन के अनुसार 18 से 25 साल की उम्र के 90% कनाडाई किसी से टकराने पर तुरंत माफी मांगते हैं। ब्रिटेन में लोग अमेरिकियों से चार गुना अधिक माफी मांगते हैं। वहीं चीन, जापान और मलेशिया के कर्मचारी माफी तो मानते हैं लेकिन उन्हें कम ही व्यक्त करते हैं। चीन के लोग 'द्वाय-बू-ची' कहते हैं जोकि उनकी माफी की आदत को दर्शाता है लेकिन भावनाओं का खुलासा नहीं करते।

वहीं इस शोध से यह स्पष्ट होता है कि माफी मांगने का चलन एक सांस्कृतिक और सामाजिक आदत है जो कि किसी व्यक्ति के आत्मविश्वास और पेशेवर जीवन पर असर डाल सकती है। इसलिए यह जरूरी है कि हम माफी मांगने की आदत को समझे और इसका सही तरीके से उपयोग करें।

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