Edited By Anu Malhotra,Updated: 26 May, 2025 11:07 AM

भारत सरकार की ओर से पाकिस्तान के आतंकवाद और काले कारनामों को दुनिया के सामने उजागर करने के लिए एक महत्वपूर्ण अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत विभिन्न देशों में भारतीय प्रतिनिधिमंडल भेजे जा रहे हैं। हाल ही में बहरीन भी इस अभियान का हिस्सा...
नेशनल डेस्क: भारत सरकार की ओर से पाकिस्तान के आतंकवाद और काले कारनामों को दुनिया के सामने उजागर करने के लिए एक महत्वपूर्ण अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत विभिन्न देशों में भारतीय प्रतिनिधिमंडल भेजे जा रहे हैं। हाल ही में बहरीन भी इस अभियान का हिस्सा बना, जहां AIMIM के सांसद असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व में एक दल ने पाकिस्तान की साजिशों को बेनकाब किया।
इसी बीच बहरीन की आर्थिक और मुद्रा स्थिति भी चर्चा में आई है। बहरीन की करेंसी, दिनार, भारतीय रुपये के मुकाबले काफी मजबूत है। एक रिपोर्ट के अनुसार, एक बहरीन दिनार की कीमत लगभग 225.8 रुपये के बराबर है, जो अमेरिकी डॉलर के मुकाबले तीन गुना अधिक है। इस वजह से अगर कोई भारतीय बहरीन में काम करता है और 5,000 दिनार कमाता है, तो उसकी भारतीय रुपये में कमाई 11 लाख से अधिक हो जाती है, जो भारत की तुलना में बहुत अधिक है।
बहरीन की अर्थव्यवस्था और जीवनशैली
तेल और पेट्रोलियम उत्पादों पर निर्भर रहने वाली बहरीन की अर्थव्यवस्था में अब अन्य उद्योग भी तेजी से विकसित हो रहे हैं। इसमें एलुमीनियम उत्पादन, इस्लामी बैंकिंग, बीमा, जहाज मरम्मत, और पर्यटन जैसे क्षेत्र शामिल हैं। बहरीन की सांस्कृतिक विरासत इस्लामी मूल की है, लेकिन यहां का समाज अपेक्षाकृत उदार और स्वागतशील है। विशेष रूप से भारतीय समुदाय को सामाजिक और धार्मिक स्वतंत्रता की अच्छी सुविधा दी जाती है। बहरीन की आबादी लगभग 16 लाख से अधिक है, और यह फारस की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिमी तट पर स्थित एक द्वीपसमूह है, जिसका नाम अरबी भाषा के “दो समुद्र” के अर्थ वाले शब्द से लिया गया है।