अब नहीं दौड़ेगी महल जैसी ट्रेन! 156 साल पुरानी शाही परंपरा पर लगेगा ब्रेक, जानिए आखिर क्यों बंद हो रही 'रॉयल ट्रेन'?

Edited By Updated: 01 Jul, 2025 02:50 PM

britain s 150 year old royal train will soon be closed

ब्रिटेन की सदियों पुरानी शाही परंपरा का प्रतीक मानी जाने वाली 'रॉयल ट्रेन' अब जल्द ही अंतिम बार स्टेशन से रवाना होगी। बकिंघम पैलेस की ओर से घोषणा की गई है कि महाराजा चार्ल्स तृतीय ने यह स्वीकार कर लिया है कि महारानी विक्टोरिया के समय से चल रही इस...

नेशनल डेस्क। ब्रिटेन की सदियों पुरानी शाही परंपरा का प्रतीक मानी जाने वाली 'रॉयल ट्रेन' अब जल्द ही अंतिम बार स्टेशन से रवाना होगी। बकिंघम पैलेस की ओर से घोषणा की गई है कि महाराजा चार्ल्स तृतीय ने यह स्वीकार कर लिया है कि महारानी विक्टोरिया के समय से चल रही इस ट्रेन को बंद करने का समय आ गया है। इस फैसले की मुख्य वजह 'रॉयल ट्रेन' के परिचालन और रखरखाव की बहुत अधिक लागत बताई जा रही है। 2027 में इसके रखरखाव संबंधी मौजूदा अनुबंध खत्म होने से पहले ही इसकी सेवा को समाप्त कर दिया जाएगा।

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महारानी विक्टोरिया ने की थी शुरुआत

'रॉयल ट्रेन' की शुरुआत महारानी विक्टोरिया ने 1869 में अपनी यात्राओं के लिए की थी। यह ट्रेन तब से लेकर अब तक ब्रिटिश शाही परिवार के सदस्यों द्वारा उपयोग की जाती रही है जो ब्रिटिश सम्राटों और शाही सदस्यों की गरिमा, परंपरा और सुरक्षा का प्रतीक है।

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शाही महल के वित्तीय मामलों के प्रभारी जेम्स चाल्मर्स ने इस निर्णय पर टिप्पणी करते हुए कहा, "भविष्य की ओर बढ़ते हुए हमें अतीत से बंधे नहीं रहना चाहिए। जिस तरह शाही परिवार के अन्य कामकाज आधुनिक हुए हैं उसी तरह अब समय आ गया है कि हम इस परंपरा को सम्मानपूर्वक विदाई दें।" 'रॉयल ट्रेन' सेवा समाप्त करने के निर्णय की घोषणा शाही खर्चों पर पैलेस के वार्षिक संवाददाता सम्मेलन के दौरान की गई है।

क्या है 'रॉयल ट्रेन' की खासियत?

ब्रिटेन की 'रॉयल ट्रेन' एक ऐसी भव्य और विशेष रेलगाड़ी है जिसे शाही परिवार की यात्रा के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया था। इसकी कुछ प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं:

  • विशेष डिब्बे: 'रॉयल ट्रेन' में कुल 9 से 11 डिब्बे होते हैं जिनमें हर डिब्बा किसी न किसी शाही सदस्य या विशिष्ट उद्देश्य के लिए निर्धारित होता है।

  • राजसी इंटीरियर: ट्रेन के अंदरूनी हिस्सों में कीमती लकड़ी, आलीशान कालीन, शाही प्रतीक और भव्य साज-सज्जा होती है जो किसी चलते-फिरते महल से कम नहीं लगती।

  • रसोई और डाइनिंग: इसमें अत्याधुनिक शाही रसोई होती है जहाँ शाही कुक विशेष रूप से शाही परिवार के लिए भोजन तैयार करते हैं।

  • बेडरूम और बाथरूम: हर शाही सदस्य के लिए अलग बेडरूम और संलग्न बाथरूम की व्यवस्था होती है जो उनकी निजता और आराम का पूरा ध्यान रखती है।

  • सुरक्षा और गोपनीयता: यह ट्रेन अत्यधिक सुरक्षित होती है और इसकी यात्रा की जानकारी अत्यंत गोपनीय रखी जाती है।

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कहाँ चलती है यह ट्रेन और कितना होता है खर्च?

'रॉयल ट्रेन' पूरे यूनाइटेड किंगडम – इंग्लैंड, स्कॉटलैंड, वेल्स और नॉर्दर्न आयरलैंड में चल सकती है। यह आम जनता के लिए नहीं होती और सिर्फ विशेष शाही अवसरों पर ही चलाई जाती है जैसे शाही विवाह, महत्वपूर्ण समारोह, रॉयल उद्घाटन या महत्वपूर्ण यात्राएँ।

'रॉयल ट्रेन' के रखरखाव और संचालन में सालाना करोड़ों पाउंड खर्च होते हैं। इसे लेकर ब्रिटेन में समय-समय पर आलोचना भी होती रही है कि टैक्सपेयर के पैसे से इतनी महंगी ट्रेन क्यों चलाई जाए। हालांकि अब जब यह सेवा बंद होने जा रही है तो भी कई लोगों का मानना है कि शाही परंपरा और सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह आज भी ज़रूरी थी। यह फैसला एक युग के अंत का प्रतीक है और शाही परिवार के आधुनिकीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है।

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