Edited By Radhika,Updated: 26 Dec, 2025 04:35 PM

भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) को अपनाने की राह अब और आसान हो गई है। केंद्र सरकार ने साल 2025 के अंत तक देशभर के पेट्रोल पंपों पर 27,000 से अधिक इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने का लक्ष्य हासिल कर लिया है। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस...
नेशनल डेस्क: भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) को अपनाने की राह अब और आसान हो गई है। केंद्र सरकार ने साल 2025 के अंत तक देशभर के पेट्रोल पंपों पर 27,000 से अधिक इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने का लक्ष्य हासिल कर लिया है। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा जारी वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, यह उपलब्धि सरकारी योजनाओं और तेल विपणन कंपनियों (OMCs) के संयुक्त प्रयासों का परिणाम है।
FAME-II योजना और कंपनियों का निवेश
आंकड़ों के मुताबिक सरकार की FAME-II योजना के तहत 8,932 चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने अपने स्वयं के निवेश से 18,500 से अधिक स्टेशन बनाए हैं, जिससे कुल संख्या 27,432 तक पहुंच गई है। ये स्टेशन उन स्थानों पर लगाए गए हैं जहाँ लोग पहले से ईंधन भराने जाते हैं, जिससे ड्राइवरों के लिए चार्जिंग पॉइंट ढूंढना बेहद सरल हो गया है।

इंटीग्रेटेड 'एनर्जी स्टेशन' का होगा विस्तार
सरकार का लक्ष्य 2024-25 से 2028-29 के बीच प्रमुख राजमार्गों और गलियारों पर 4,000 एनर्जी स्टेशन स्थापित करने का है। ये स्टेशन 'इंटीग्रेटेड मोबिलिटी हब' के रूप में काम करेंगे, जहाँ पेट्रोल-डीजल के साथ-साथ बायोफ्यूल, CNG, LNG और EV चार्जिंग की सुविधा एक ही छत के नीचे मिलेगी। 1 नवंबर 2025 तक ऐसे 1,064 स्टेशन चालू किए जा चुके हैं।
बायोफ्यूल और अन्य उपलब्धियां
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इथेनॉल ब्लेंडिंग: पेट्रोल में इथेनॉल मिश्रण का औसत 19.24% तक पहुंच गया है, जिससे 1.55 लाख करोड़ रुपये से अधिक की विदेशी मुद्रा की बचत हुई है।
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ट्रक ड्राइवरों के लिए "अपना घर": ट्रक ड्राइवरों के लिए 500 से अधिक विश्राम क्षेत्र बनाए गए हैं, जिससे सड़क सुरक्षा में सुधार होगा।
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डिजिटल पेमेंट: देशभर के 90,000 से अधिक रिटेल आउटलेट्स पर डिजिटल भुगतान की सुविधा सुनिश्चित की गई है।
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डोर-स्टेप डिलीवरी: दूरदराज के इलाकों में ईंधन की पहुंच आसान बनाने के लिए 3,200 से अधिक बाउजर (Bowsers) तैनात किए गए हैं।