Edited By Parminder Kaur,Updated: 16 May, 2025 10:56 AM

भारत में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर राजनीति गर्माई हुई है। कर्नाटक के कांग्रेस विधायक कोथुर मंजुनाथ ने इसे सिर्फ एक दिखावा बताया है। उनका कहना है कि इस ऑपरेशन से न तो पहलगाम हमले के पीड़ितों को न्याय मिला और न ही उन्हें सच्ची शांति मिली है। इससे पहले...
नेशनल डेस्क. भारत में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर राजनीति गर्माई हुई है। कर्नाटक के कांग्रेस विधायक कोथुर मंजुनाथ ने इसे सिर्फ एक दिखावा बताया है। उनका कहना है कि इस ऑपरेशन से न तो पहलगाम हमले के पीड़ितों को न्याय मिला और न ही उन्हें सच्ची शांति मिली है। इससे पहले मध्य प्रदेश में बीजेपी के मंत्री कर्नल सोफिया कुरैशी और उत्तर प्रदेश में सपा सांसद रामगोपाल यादव ने व्योमिका सिंह को लेकर धार्मिक और जातीय टिप्पणियां की थीं। भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर के बाद इस तरह की बयानबाजी देश की राजनीति पर सवाल उठाती है।
कांग्रेस विधायक मंजुनाथ ने नाराजगी जताते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में कुछ खास नहीं हुआ। सिर्फ तीन-चार विमान ऊपर भेजे गए और वापस बुला लिए गए। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या इससे पहलगाम हमले में मारे गए 26-28 लोगों को इंसाफ मिलेगा? क्या इस तरह से उन महिलाओं का दुख कम होगा और क्या यही उनका सम्मान करने का तरीका है? उन्होंने यह भी पूछा कि इस ऑपरेशन में कितने आतंकी मारे गए।
गौरतलब है कि भारतीय सेना ने 6 और 7 मई की रात को पाकिस्तान और पीओके में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया था। खबरों के अनुसार, इस हमले में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे, जिनमें कई बड़े आतंकी भी शामिल थे। लेकिन कांग्रेस विधायक मंजुनाथ को इस पर संदेह है। उन्होंने पूछा कि क्या यह पक्की खबर है कि 100 आतंकी मारे गए? उनकी पहचान क्या है? क्या वे वही आतंकी थे, जिन्होंने 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन घाटी में हमला किया था?
कांग्रेस विधायक ने भारत सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने पूछा कि हमारी सीमा में घुसने वाले आतंकी कौन थे? उनकी पहचान क्या थी? सीमा पर सुरक्षा क्यों नहीं थी और वे कैसे भाग निकले? मंजुनाथ ने कहा कि हमें आतंकवाद की जड़, उसकी शाखाओं और तनों को पहचानकर खत्म करना होगा। उन्होंने इसे खुफिया विभाग की पूरी तरह से नाकामी बताया।