Edited By rajesh kumar,Updated: 07 Dec, 2023 06:54 PM
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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद रमेश बिधूड़ी ने बसपा सांसद दानिश अली के खिलाफ अपनी आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए बृहस्पतिवार को लोकसभा विशेषाधिकार समिति की बैठक में खेद व्यक्त किया।
नेशनल डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद रमेश बिधूड़ी ने बसपा सांसद दानिश अली के खिलाफ अपनी आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए बृहस्पतिवार को लोकसभा विशेषाधिकार समिति की बैठक में खेद व्यक्त किया। समिति की इस बैठक में दोनों नेताओं ने अपनी बात अलग-अलग रखी। सूत्रों ने कहा कि बिधूड़ी ने समिति के समक्ष अपने बयान में कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने 21 सितंबर को सदन में चंद्रयान-3 मिशन की सफलता पर चर्चा के दौरान अपने संबोधन में उनकी (बिधूड़़ी) टिप्पणी को लेकर खेद जताया था।
बिधूड़ी ने लोकसभा में ‘चंद्रयान-3 की सफलता और अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की उपलब्धि के विषय पर चर्चा में भाग लेते हुए अली के खिलाफ कुछ ऐसी टिप्पणी की थी जिस पर विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया था। भाजपा के कई नेताओं ने अली पर दक्षिण दिल्ली के सांसद बिधूड़ी को उकसाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था।
मैं इस पर खेद व्यक्त करता हूं
सदन में शोर-शराबा जारी रहने पर सदन के उपनेता राजनाथ सिंह ने कहा था कि उन्होंने विवादित टिप्पणी सुनी नहीं है, लेकिन बिधूड़ी ने यदि कुछ ऐसी टिप्पणी की है, जिससे बसपा सांसद की भावना आहत हुई है तो इन शब्दों को रिकॉर्ड से हटा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा था, ‘‘मैं इस पर खेद व्यक्त करता हूं।'' सूत्रों ने कहा कि बिधूड़ी के खेद जताने के साथ ही समिति इस मामले को समाप्त कर अपनी रिपोर्ट लोकसभाध्यक्ष को भेज सकती है। भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था। बिधूड़ी अपनी तीखी टिप्पणियों के लिए जाने जाते हैं जिसे लेकर कई बार विवाद उत्पन्न हो चुका है।
समिति के सामने पेश हुए अली
अली और कई अन्य विपक्षी सदस्यों ने बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा था, जबकि भाजपा के कई सदस्यों ने बसपा सांसद पर भाषण के दौरान टीका टिप्पणी करने और प्रधानमंत्री के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था। लोकसभा अध्यक्ष ने दोनों पक्षों की शिकायतें विशेषाधिकार समिति को भेज दी थीं। सूत्रों ने बताया कि अली भी समिति के सामने पेश हुए और घटना के बारे में विस्तार से बात की। अली ने इस आरोप को खारिज कर दिया कि उन्होंने मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी।