Edited By Pardeep,Updated: 17 Jun, 2025 09:27 PM

12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 के भीषण हादसे में 270 से अधिक लोगों की मौत के बाद, भारत के विमानन नियामक डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने एयर इंडिया के साथ उच्चस्तरीय बैठक की।
नेशनल डेस्कः 12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 के भीषण हादसे में 270 से अधिक लोगों की मौत के बाद, भारत के विमानन नियामक डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने एयर इंडिया के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। इस बैठक में एयर इंडिया के CEO कैंपबेल विल्सन से विमानों की सुरक्षा, मेंटेनेंस और समय पर उड़ानों के संचालन को लेकर सख्त दिशा-निर्देश दिए गए।
DGCA के निर्देश
DGCA ने एयर इंडिया से निम्नलिखित कदम उठाने को कहा:
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सुरक्षा प्रोटोकॉल को सख्ती से लागू करना।
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उड़ानों की संचालन क्षमता और मेंटेनेंस पर विशेष ध्यान देना।
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यात्रियों को हुई असुविधा के मामलों में बेहतर प्रबंधन और सहायता प्रदान करना।
यह पहली बार है जब AI 171 क्रैश के बाद DGCA और एयर इंडिया के शीर्ष अधिकारियों के बीच उच्चस्तरीय बैठक हुई है।
बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों की जांच
DGCA ने क्रैश के तुरंत बाद एयर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों की निगरानी शुरू की। जांच में कोई बड़ा सुरक्षा खतरा सामने नहीं आया और विमानों की मेंटेनेंस प्रणाली मौजूदा सुरक्षा मानकों के अनुरूप पाई गई।
सात अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द
एयर इंडिया ने मंगलवार को सात अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रद्द किया। इनमें से छह उड़ानें बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर द्वारा संचालित होनी थीं। फ्लाइट रद्द होने के पीछे तकनीकी खराबी और विमान की अनुपलब्धता जैसे कारण रहे।
रद्द की गई उड़ानों की सूची:
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AI 915 – दिल्ली से दुबई – B787-8
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AI 153 – दिल्ली से वियना – B787-8
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AI 143 – दिल्ली से पेरिस – B787-8
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AI 159 – अहमदाबाद से लंदन – B787-8
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AI 170 – लंदन से अमृतसर – B787-8
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AI 133 – बेंगलुरु से लंदन – B787-8
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AI 179 – मुंबई से सैन फ्रांसिस्को – B777
दिल्ली-पेरिस फ्लाइट में टेक्निकल जांच के दौरान समस्या पाई गई, जबकि अहमदाबाद-लंदन उड़ान विमान की अनुपलब्धता के कारण रद्द की गई।
सुरक्षा जांचों से शेड्यूल प्रभावित
AI 171 हादसे के बाद एयर इंडिया ने बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों के लिए सुरक्षा जांचों को और सख्त कर दिया है। इन अतिरिक्त जांचों की वजह से शेड्यूल में गड़बड़ी आई और कई उड़ानों को रद्द करना पड़ा।
यह घटना एयर इंडिया और DGCA दोनों के लिए एक चेतावनी है कि सुरक्षा से किसी भी तरह का समझौता यात्रियों की जान जोखिम में डाल सकता है। DGCA की सख्ती और एयर इंडिया की जवाबदेही अब आने वाले दिनों में तय करेगी कि भारत की यह प्रमुख एयरलाइन दोबारा कैसे भरोसा हासिल करती है।