Edited By Mansa Devi,Updated: 27 Jun, 2025 06:30 PM

डिजिटल इंडिया की रफ्तार के साथ-साथ अब सरकार ऑनलाइन ठगी पर लगाम कसने की तैयारी में है। गूगल पे, फोन पे और पेटीएम जैसे थर्ड पार्टी यूपीआई ऐप्स के जरिये बढ़ते फर्जी लेनदेन को देखते हुए केंद्र सरकार ने सख्त कदम उठाने का फैसला लिया है।
नेशनल डेस्क: डिजिटल इंडिया की रफ्तार के साथ-साथ अब सरकार ऑनलाइन ठगी पर लगाम कसने की तैयारी में है। गूगल पे, फोन पे और पेटीएम जैसे थर्ड पार्टी यूपीआई ऐप्स के जरिये बढ़ते फर्जी लेनदेन को देखते हुए केंद्र सरकार ने सख्त कदम उठाने का फैसला लिया है।
फर्जी ट्रांजैक्शन पर तुरंत रोक
सरकार ऐसे लेनदेन पर तुरंत रोक लगाने की योजना बना रही है, जो संदिग्ध नजर आते हैं। अधिकारियों के मुताबिक, इन ऐप्स के माध्यम से लेनदेन करने वाले खासकर कम पढ़े-लिखे उपभोक्ता अक्सर ठगी का शिकार हो जाते हैं। ऐसे मामलों को रोकने के लिए लेनदेन की पहले जांच की जाएगी, भले ही इसमें कुछ सेकंड ज्यादा लग जाएं।
सुरक्षा के लिए अतिरिक्त जांच
गूगल पे, फोन पे और पेटीएम जैसे एप्लिकेशन अब संभावित रूप से फर्जी लगने वाले ट्रांजैक्शन पर:
➤ लेनदेन में जानबूझकर थोड़ी देर करेंगे
➤ उपयोगकर्ता को चेतावनी संदेश भेजेंगे
➤ अतिरिक्त पुष्टि की मांग करेंगे
किन लेनदेन पर होगी खास नजर?
ऐसे ट्रांजैक्शन जो आम तौर पर धोखाधड़ी से जुड़े पाए गए हैं — जैसे कि बड़ी राशि का अचानक लेन-देन, या अपरिचित नंबर/व्यक्ति को भुगतान — उन पर सख्त निगरानी रखी जाएगी।?
सरकार और ऐप्स का साझा प्रयास
यह पहल सरकार और थर्ड पार्टी ऐप प्रदाताओं के बीच साझा सहयोग से चलाई जा रही है, ताकि डिजिटल भुगतान प्रणाली पर लोगों का भरोसा बना रहे और धोखाधड़ी की घटनाएं न्यूनतम हो सकें।