Edited By Seema Sharma,Updated: 06 Jun, 2023 11:02 AM

भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार के साथ पहलवानों की बातचीत शुरू हो गई है और इसलिए पहलवानों को 9 जून को दिल्ली ले जाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है।
नेशनल डेस्क: भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार के साथ पहलवानों की बातचीत शुरू हो गई है और इसलिए पहलवानों को 9 जून को दिल्ली ले जाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। उन्होंने साथ ही कहा कि जब तक इंसाफ नहीं मिल जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा। पहलवानों के नौकरी पर लौटने की खबर पर राकेश टिकैत ने कहा कि ज्वाइनिंग करने का मतलब आंदोलन वापस लेना नहीं होता।
वहीं भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आंदोलन की अगुवाई कर रहे ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया ने इससे पीछे हटने की खबरों को खारिज करते हुए कहा है कि इंसाफ मिलने तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी। रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी ने ट्वीट किया ,‘‘ ये खबर बिल्कुल गलत है। इंसाफ की लड़ाई में ना हम में से कोई पीछे हटा है और ना हटेगा।''
साक्षी और बजरंग ने 3 जून की रात गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उसके बाद से ही मीडिया में उनके आंदोलन से नाम वापस लेने की अटकलें लगाई जा रही थीं। एक अवयस्क समेत सात महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ये पहलवान 23 अप्रैल से जंतर मंतर पर धरने पर बैठे थे। लेकिन 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर वहां महिला महापंचायत के आयोजन के लिए बढ़ने की कोशिश के बाद दिल्ली पुलिस ने पहलवानों को कानून और व्यवस्था बिगाड़ने के आरोप में हिरासत में ले लिया था। उन्हें शाम को छोड़ दिया गया लेकिन जंतर मंतर को खाली कराके उन्हें दोबारा वहां प्रदर्शन की अनुमति नहीं देने का ऐलान किया गया।