Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 21 Jun, 2025 06:12 PM

भारत में ऑनलाइन स्कैम अब रोज़मर्रा की जिंदगी का हिस्सा बनते जा रहे हैं. लोगों को “झटपट कमाई” का सपना दिखाकर करोड़ों की ठगी हो रही है. पुणे से सामने आई एक ताज़ा घटना ने फिर से लोगों को चेतावनी दी है कि लालच से भरे ऑफर दरअसल जाल भी हो सकते हैं.
नेशनल डेस्क: भारत में ऑनलाइन स्कैम अब रोज़मर्रा की जिंदगी का हिस्सा बनते जा रहे हैं. लोगों को “झटपट कमाई” का सपना दिखाकर करोड़ों की ठगी हो रही है. पुणे से सामने आई एक ताज़ा घटना ने फिर से लोगों को चेतावनी दी है कि लालच से भरे ऑफर दरअसल जाल भी हो सकते हैं.
सेकंड हैंड कारोबारी से 11 लाख की ठगी
पुणे के शुक्रवार पेठ इलाके में रहने वाले एक सेकंड हैंड कार डीलर को एक अंजान नंबर से मैसेज आया. मैसेज में लिखा था कि अगर वह एक छोटा-सा ऑनलाइन टास्क पूरा करता है, तो उसे ₹150 मिलेंगे. कारोबारी ने टास्क पूरा किया और जैसे ही उसे पैसे मिले, उसे ऑफर पर विश्वास हो गया. इसके बाद उसे एक खास मैसेजिंग ऐप के ग्रुप में जोड़ लिया गया, जहां रोजाना टास्क दिए जाने लगे. हर टास्क के बाद समय पर पेमेंट मिल रहा था. ये स्कीम इतनी आकर्षक लग रही थी कि उसने और लोगों को भी जोड़ने की सोची. लेकिन उसे नहीं पता था कि असली जाल अब शुरू होने वाला है.
मर्चेंट टास्क का लालच और गिरता विश्वास
कुछ दिनों बाद कारोबारी को एक नया टास्क ऑफर मिला जिसे “मर्चेंट टास्क” कहा गया. इसमें कहा गया कि जितना बड़ा निवेश होगा, उतना बड़ा मुनाफा मिलेगा. लेकिन शर्त थी कि टास्क करने से पहले कुछ रकम अग्रिम जमा करनी होगी. कारोबारी ने शुरुआत में ₹10,000 जमा किए. फिर ₹50,000… फिर एक लाख… और इसी तरह दो दिन में उसने कुल ₹11.5 लाख अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए. जब उसने पैसे निकालने की कोशिश की तो स्कैमर्स बहाने बनाने लगे और बोले कि “थोड़ी और राशि डालिए तब प्रोसेसिंग होगी.”
तब समझ में आया… सब कुछ लुट चुका है
जब कारोबारियों को एहसास हुआ कि वह जाल में फंस चुका है, तब तक बहुत देर हो चुकी थी. स्कैमर्स ने ना केवल पैसे हड़प लिए, बल्कि चैट ग्रुप को भी डिलीट कर दिया और संपर्क के सभी रास्ते बंद कर दिए.
कैसे बच सकते हैं आप ऐसी ठगी से?
1. अनजान मैसेज से रहें सावधान
किसी भी अनजान लिंक, वेबसाइट या ऐप पर क्लिक न करें. स्कैमर्स आमतौर पर वही लोग होते हैं जो पहले छोटे रिवार्ड देकर भरोसा जीतते हैं.
2. “पहले पैसा दो फिर कमाओ” स्कीमों से दूर रहें
ऐसी स्कीमों में निवेश करने से पहले उसके बारे में गूगल पर रिसर्च करें या साइबर सुरक्षा एजेंसी से जानकारी लें.
3. बैंकिंग जानकारी किसी से शेयर न करें
अपने OTP, UPI PIN, पासवर्ड या बैंक डिटेल्स किसी भी हालत में शेयर न करें.
4. अगर फंस जाएं तो तुरंत करें रिपोर्ट
जैसे ही किसी स्कैम की भनक लगे, तुरंत cybercrime.gov.in या 1930 हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज करें.
ठगी के शिकार न बनें, दूसरों को भी बचाएं
यह घटना सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि लाखों भारतीयों के लिए एक सीख है. स्कैमर्स आजकल प्रोफेशनल ढंग से काम कर रहे हैं और लोगों के लालच को अपना हथियार बना रहे हैं.