Edited By Anu Malhotra,Updated: 15 Mar, 2023 12:07 PM

डॉक्टर को यूं ही नहीं धरती का 'भगवान' कहा जाता। दरअसल, राजधानी दिल्ली में एम्स अस्पताल के डॉक्टरों एक ऐसे जटिल Operation को अंजाम देकर दुनिया को यह एक बार फिर से साबित कर दिया कि अगर इस धरती पर भगवान को कोई स्थान ले सकता है तो वह केवल डाॅक्टर हैं।
नई दिल्ली: डॉक्टर को यूं ही नहीं धरती का 'भगवान' कहा जाता। दरअसल, राजधानी दिल्ली में एम्स अस्पताल के डॉक्टरों एक ऐसे जटिल Operation को अंजाम देकर दुनिया को यह एक बार फिर से साबित कर दिया कि अगर इस धरती पर भगवान को कोई स्थान ले सकता है तो वह केवल डाॅक्टर हैं।
बता दें कि राजधानी दिल्ली में एम्स अस्पताल के डॉक्टरों की एक टीम ने एक महिला के गर्भ में पल रहे अंगूर के आकार भ्रूण के दिल की जटिल सर्जरी कर मां के गर्भ में ही भ्रूण को फिर से एक आकार दिया।
डॉक्टरों ने बताया कि 28 वर्षीय गर्भवती महिला को तीन बार गर्भपात हो चुका था और जब उसे अपने गर्भ में पल रहे भ्रूण की दिल की खराब स्थिति के बारे में बताया तो वह बेहोश हो गई। हालांकि, महिला गर्भावस्था चाहती थी। ऐसे में डॉक्टरों को भ्रूण के दिल पर इलाज करने की अनुमति देने पर सहमत हो गई थी।
AIIMS में प्रसूति और स्त्री रोग विभाग के डॉक्टरों के साथ इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट की एक टीम ने हार्ट के बाधित वाल्व में बैलून डाइलेशन नाम का सक्सेसफुल आप्रेशन किया। एक सीनीयर डाॅक्टर ने बताया कि अल्ट्रासाउंड के मार्गदर्शन में की गई प्रक्रिया के तहत भ्रूण के दिल में एक सुई डाली गई और फिर एक बैलून कैथेटर का उपयोग करके बाधित वाल्व को खोल दिया गया। डॉक्टर ने कहा कि यह बहुत चुनौतीपूर्ण था, हम इसे लगभग डेढ़ मिनट में करने में सफल रहे। डाॅक्टर ने कहा कि भ्रूण और मां दोनों स्थिर हैं और उनकी कड़ी निगरानी की जा रही है।
वहीं, इस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि मैं @AIIMS_NewDelhi के डॉक्टरों की टीम को 90 सेकंड में एक भ्रूण के अंगूर के आकार के दिल पर सफल दुर्लभ प्रक्रिया करने के लिए बधाई देता हूं. बच्चे और मां की सलामती के लिए मेरी प्रार्थन।