Parliament Winter Session: संसद में कौन-कौन से मुद्दों पर हुई बहस? जानें कैसा रहा आज का दिन

Edited By Updated: 02 Dec, 2025 05:10 PM

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देश की संसद का शीतकालीन सत्र 1 दिसंबर से जारी है। दूसरे दिन SIR प्रक्रिया और Sanchar Saathi ऐप विवाद ने सदन में हंगामा पैदा किया। विपक्ष ने मतदाता सूची में गड़बड़ी और ऐप से निजता खतरे की चेतावनी दी, जबकि सरकार ने इसे सुरक्षा और फ्रॉड रोकने के उपाय...

नेशनल डेस्क : देश की राजनीतिक गतिविधियों की नज़र आज फिर लोकसभा और राज्य सभा में थी, जहाँ शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन भारी हंगामे और विवादों के बीच शुरू हुआ। मुख्य कारण है मतदाता सूची संशोधन प्रक्रिया (SIR), जो इस बार संसद में सरकार और विपक्ष के बीच तीखी टकराव का मुख्य मुद्दा बन चुकी है। आइए जानते हैं आज किन-किन मुद्दों पर हुई चर्चा।

SIR विवाद
दिन की शुरुआत होते ही विपक्षी सांसदों ने SIR प्रक्रिया पर तत्काल चर्चा की मांग की। उनका आरोप है कि SIR में मतदाता नामों की “गोपनीय” कटौती हो रही है, जिससे नागरिकों का मताधिकार खतरे में है। 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चल रही इस प्रक्रिया को विपक्ष ने चुनावी लाभ‑हानि वाला बताया है। 

विपक्ष की इस मांग के चलते संसद का कामकाज बाधित हो गया। प्रश्नकाल शुरू होते ही सदन में “वोट चोर”, “गद्दी छोड़” जैसे नारे लगाए गए। इस कारण से दोनो सदन  लोकसभा व राज्यसभा आज दिन में कई बार स्थगित हुए। लोकसभा की कार्यवाही दोपहर तक स्थगित की गई।  सरकार की ओर से कहा गया कि वह चुनाव सुधारों और मतदाता सूची की पारदर्शिता पर बातचीत के लिए तैयार है, मगर समयसीमा तय नहीं करने का रवैया बरक़रार रखा गया है। मंत्रालय ने संकेत दिया कि व्यापक “चुनावी सुधारों” पर चर्चा हो सकती है, लेकिन SIR पर तत्काल सुनवाई देने को तैयार नहीं है। 

संचार साथी ऐप विवाद
संसद में आज एनडीए के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा नए निर्देशों  कहा गया कि मोबाइल फोन निर्माताओं और आयातकों को हर नए फोन में संचार साथी ऐप प्री‑इंस्टॉल करना ज़रूरी किया जाए के बाद विपक्ष में तीखी प्रतिक्रिया है। विपक्षी दलों ने इसे नागरिकों की निजता और व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर हमला करार दिया। 

प्रियंका गांधी वाड्रा ने इसे “सरकार का जासूस ऐप” बताया और कहा कि यह कदम लोकतंत्र और व्यक्तिगत आज़ादी के लिए खतरनाक है। उन्होंने पूछा कि क्या हर नागरिक की फोन‑गति, संवाद और निजी जानकारी सरकार देख सकती है। उन्होंने सरकार पर “देश को हर रूप में तानाशाही” की ओर ले जाने का आरोप लगाया। 

इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय संचार मंत्री, ने जवाब देते हुए कहा कि ऐप अनिवार्य नहीं होगा उपयोगकर्ता खुद इसे अपने फ़ोन से हटा सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऐप का उद्देश्य धोखाधड़ी, डुप्लीकेट IMEI फोन, चोरी और जाली सिम से जुड़े फ्रॉड को रोकना है। उन्होंने बताया कि संचार साथी पोर्टल की 20 करोड़ से अधिक डाउनलोड हैं, और कई फोन चोरी‑फ्रॉड केसों में ऐप से फोन ट्रेस कर वापस दिया गया है। 

विधायी एजेंडा: बिलों की फाइलें तैयार
वहीं दूसरी ओर, सरकार अपने कार्यबल को आगे बढ़ाने की कोशिश में है। इस सत्र में कई अहम विधेयकों को पटल पर लाया जाना तय है। इनमें शामिल हैं उद्योग, कर प्रणाली, ऊर्जा, कॉर्पोरेट सुधार, परमाणु ऊर्जा, निवेश और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े कई प्रस्ताव। लेकिन SIR विवाद के कारण यह बहस फिलहाल साइडलाइन होती दिख रही है।

अन्य संवेदनशील मुद्दों पर भी नजर
SIR के अलावा, विपक्ष ने हाल ही में हुए लाल किला विस्फोट और देश में बढ़ रहे सुरक्षा‑चिंताओं, प्रदूषण व पर्यावरण संकट, आर्थिक अस्थिरता और महंगाई जैसे मुद्दों को भी सदन में उठाने की तैयारी कर रखी है। विपक्ष का कहना है कि इन राष्ट्रीय महत्व के इश्यूज पर सरकार की नीतियाँ और उनकी क्रियान्वयन प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

शीतकालीन सत्र का एजेंडा
यह सत्र 1 दिसंबर को शुरू हुआ था और 19 दिसंबर तक चलेगा। कुल 15 बैठकें निर्धारित हैं। सत्र की शुरुआत से पहले ही सरकार और विपक्ष के बीच तनाव स्पष्ट था, क्योंकि SIR को लेकर अनेक चुनावी‑राजनैतिक राज्यों में विरोध और असंतोष था। विपक्ष विशेष रूप से उस इस बात पर ज़ोर दे रहा है कि SIR प्रक्रिया को बिना व्यापक और पारदर्शी समीक्षा के आगे नहीं बढ़ाया जाना चाहिए। उनका कहना है कि ऐसा न हो कि मतदाता सूची में हेरफेर कर लोकतांत्रिक अधिकारों को प्रभावित किया जाए।

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