Edited By Parveen Kumar,Updated: 28 Dec, 2025 02:01 AM

महाराष्ट्र के पुणे से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां प्रेम विवाह करने वाले एक दंपति ने शादी के महज 24 घंटे के भीतर ही कानूनी रूप से अलग होने का फैसला कर लिया। सात फेरों के बाद जैसे ही दांपत्य जीवन की हकीकत सामने आई, दोनों के बीच ऐसे मतभेद...
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के पुणे से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां प्रेम विवाह करने वाले एक दंपति ने शादी के महज 24 घंटे के भीतर ही कानूनी रूप से अलग होने का फैसला कर लिया। सात फेरों के बाद जैसे ही दांपत्य जीवन की हकीकत सामने आई, दोनों के बीच ऐसे मतभेद उभरे कि रिश्ता आगे बढ़ ही नहीं सका।
यह विवाह पूरी तरह प्रेम विवाह था। दोनों एक-दूसरे को पिछले दो से तीन साल से जानते थे और लंबे समय तक रिलेशनशिप में रहने के बाद शादी के बंधन में बंधे थे। महिला पेशे से डॉक्टर हैं, जबकि पुरुष इंजीनियर है। लेकिन शादी के तुरंत बाद ही रहने की व्यवस्था को लेकर दोनों के बीच गंभीर असहमति सामने आ गई।
रहने की अनिश्चितता बनी टूटन की वजह
मामले की पैरवी कर रहीं एडवोकेट रानी सोनावणे के मुताबिक, शादी के बाद पति ने पत्नी को बताया कि वह जहाज पर काम करता है। ऐसे में उसकी पोस्टिंग कहां होगी, कितने समय के लिए होगी और वह कितने दिनों तक घर से दूर रहेगा- इसको लेकर कोई स्पष्टता नहीं थी। इसी अनिश्चित जीवनशैली पर दोनों के बीच सहमति नहीं बन पाई।
एडवोकेट ने बताया कि वैचारिक मतभेद इतने गहरे थे कि दोनों ने बिना किसी विवाद या टकराव के आपसी सहमति से अलग होने का निर्णय लिया। इस पूरे मामले में न तो हिंसा का कोई आरोप है और न ही किसी तरह की आपराधिक शिकायत सामने आई।
कोर्ट भी रह गया हैरान, रिकॉर्ड समय में निपटा मामला
एडवोकेट रानी सोनावणे के अनुसार, आमतौर पर भारत में तलाक के मामले वर्षों तक अदालतों में चलते हैं, लेकिन यह मामला असाधारण रूप से तेजी से निपटाया गया। शादी के अगले ही दिन दोनों अलग रहने लगे और सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखते हुए अदालत ने जल्द फैसला सुना दिया।
एडवोकेट ने इस बात पर भी हैरानी जताई कि इतने लंबे रिश्ते के बावजूद रहने की व्यवस्था जैसा अहम मुद्दा पहले कभी गंभीरता से चर्चा में क्यों नहीं आया। हालांकि, दोनों ने परिपक्वता दिखाते हुए यह स्वीकार किया कि आगे साथ रहना मुश्किल होगा और अलग होना ही बेहतर रास्ता है।