Edited By Yaspal,Updated: 20 Feb, 2021 08:29 PM
‘‘मेट्रो मेन'''' के नाम से मशहूर ई श्रीधरन के भाजपा में शामिल होने के फैसले से पार्टी को उम्मीद है कि उसका केरल विधानसभा चुनाव में जीत का रास्ता साफ हो सकता है। केरल में विधानसभा चुनाव अप्रैल में होने की संभावना है। हालांकि, राज्य में सत्तारूढ़...
नेशनल डेस्कः ‘‘मेट्रो मेन'' के नाम से मशहूर ई श्रीधरन के भाजपा में शामिल होने के फैसले से पार्टी को उम्मीद है कि उसका केरल विधानसभा चुनाव में जीत का रास्ता साफ हो सकता है। केरल में विधानसभा चुनाव अप्रैल में होने की संभावना है। हालांकि, राज्य में सत्तारूढ़ माकपा नीत एलडीएफ गठबंधन और विपक्षी कांग्रेस नीत एलडीएफ गठबंधन को 88 वर्षीय श्रीधरन के इस दक्षिणी राज्य की राजनीति में सक्रिय होने को लेकर कोई खास फर्क दिखाई नहीं पड़ता। भाजपा को उम्मीद है कि श्रीधरन के पार्टी में शामिल होने से उसके वोट प्रतिशत में सुधार होगा और खासतौर पर उसे मध्यम वर्गीय मतदाताओं का साथ मिलने की पूरी आस है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता बी राधाकृष्णन मेनन ने कहा कि श्रीधरन के भाजपा में शामिल होने के निर्णय ने केरल के विकास के लिए एक नई उम्मीद जगाई है। मेनन ने कहा, ‘‘ श्रीधरन के पार्टी में शामिल होने के फैसले से राज्य में हमारे कार्यकर्ताओं का आत्मविश्वास और बढ़ गया है। आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान केरल का विकास सबसे अहम मुद्दा होगा।''
वहीं, वामपंथी नेताओं ने श्रीधरन के इस निर्णय की आलोचना की जबकि वरिष्ठ कांग्रेस नेता ओमान चांडी ने कहा कि श्रीधरन के बारे में उनके विचार अच्छे थे लेकिन भाजपा में शामिल होने के फैसले से वह दुखी हुए। माकपा के राज्य सचिव प्रभारी ए विजयराघवन ने कहा, ‘‘ श्रीधरन एक अच्छे इंजीनियर हैं लेकिन ऐसा जान पड़ता है कि उन्हें देश के इतिहास की कोई समझ नहीं है।'' भाकपा नेता एवं राज्यसभा सदस्य विनम विश्वम ने आरोप लगाया, ‘‘ श्रीधरन का कहना है कि वह मुख्यमंत्री बनने को तैयार हैं। हालांकि, वह बुद्धिमान व्यक्ति एक भ्रष्ट पार्टी में शामिल हो गए। वह बिना कुछ देखे-जाने भाजपा में शामिल हो गए।''