Edited By ,Updated: 16 Apr, 2016 09:04 AM
भारत और फ्रांस के बीच आखिर रफ़ाल सौदे पर मुहर लग गई है। इस समझौते के तहत भारत 780 करोड़ यूरो (करीब 60 हजार करोड़ रुपए) में 36 रफ़ाल युद्दक विमान फ्रांस से खरीदेगा।
नई दिल्ली: भारत और फ्रांस के बीच आखिर रफ़ाल सौदे पर मुहर लग गई है। इस समझौते के तहत भारत 780 करोड़ यूरो (करीब 60 हजार करोड़ रुपए) में 36 रफ़ाल युद्दक विमान फ्रांस से खरीदेगा। यह समझौता अब अपने अाखिरी चरण है और कागज़ात पर 3 हफ़्तों में दस्तख़त हो जाएंगे। भारत काे विमानों का पहला जत्था मिलने में कम से कम 18 महीनों का समय लगेगा।
बताया जा रहा है कि शुरुआत में फ्रांस ने पूरी हथियार प्रणाली से लैस 36 लड़ाकू विमानों के लिए 11 अरब यूरो की मांग की थी। कीमतों को लेकर ही यह सौदा अटका हुआ था। यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है, जब करीब 4 महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए एक सहमति-पत्र पर दस्तखत किए थे।
जब फ्रांस के साथ 25 जनवरी को इसको लेकर एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ तो राफेल की तरफ से कहा गया कि हम इस कदम से बहुत खुश हैं और हम अगले चार हफ्तों में इस डील को फाइनल करने में फ्रांस की सरकार की मदद करेंगे। इस करार में 50 फीसदी ऑफसेट आपूर्ति, छोटी भारतीय कंपनियों के लिए कम से कम तीन अरब यूरो का कारोबार पैदा करने और ऑफसेटों के जरिए भारत में हजारों नई नौकरियां पैदा करने जैसे प्रावधान हैं।