Edited By Radhika,Updated: 24 Dec, 2025 12:09 PM

ओडिशा के वन विभाग में महिंद्रा थार गाड़ियों की खरीद को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। राज्य सरकार ने इस मामले में Accountant General से विशेष ऑडिट कराने के आदेश दिए हैं। यह मामला 51 नई थार गाड़ियों से जुड़ा है, जिन पर खर्च की गई रकम ने...
नेशनल डेस्क: ओडिशा के वन विभाग में महिंद्रा थार गाड़ियों की खरीद को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। राज्य सरकार ने इस मामले में Accountant General से विशेष ऑडिट कराने के आदेश दिए हैं। यह मामला 51 नई थार गाड़ियों से जुड़ा है, जिन पर खर्च की गई रकम ने भ्रष्टाचार की आशंकाओं को जन्म दे दिया है। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला
क्या है पूरा विवाद?
वन विभाग ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान 51 महिंद्रा थार गाड़ियाँ खरीदीं। आंकड़ों के मुताबिक खरीद की कीमत तकरीब 7.14 करोड़ रुपये (प्रति गाड़ी लगभग 14 लाख रुपये) है। वहीं इनके कस्टमाइजेशन का खर्च, जिसमें बदलाव और उपकरण लगवाना शामिल है पर 5.25 करोड़ रुपये और खर्च कर दिए गए। इससे कुल खर्च लगभग 12.35 करोड़ रुपये हो गया है।

सजावट या जरूरत?
विभाग का कहना है कि इन गाड़ियों को दुर्गम रास्तों, जंगलों में आग बुझाने, लकड़ी तस्करी रोकने और वन्यजीवों की निगरानी के लिए तैयार किया गया है। हर गाड़ी में 21 तरह के आधुनिक उपकरण लगाए गए हैं। हालांकि विपक्ष और मीडिया रिपोर्टों में सवाल उठाए गए हैं कि क्या इतने भारी-भरकम खर्च की वाकई जरूरत थी या फिर बाजार रेट से ज्यादा कीमत चुकाई गई।
जांच के दायरे में क्या-क्या?
वन एवं पर्यावरण मंत्री गणेश राम सिंह खूंटिया ने मामले को 'अत्यंत गंभीर' बताते हुए जांच के आदेश दिए हैं। ऑडिट टीम इन बिंदुओं पर गौर करेगी:
- क्या कस्टमाइजेशन के लिए वित्त विभाग की अनुमति ली गई थी?
- क्या जो सामान लगाए गए, उनकी जरूरत थी?
- क्या किसी बाहरी एजेंसी के साथ मिलकर बिलों में हेराफेरी की गई?