Edited By Tanuja,Updated: 07 Mar, 2023 01:36 PM

नेपाल सरकार ने स्वास्थ्य पर्यटन को बढ़ावा देने, आयुर्वेद में रिसर्च, जड़ी-बूटियों की खोज और आयुर्वेद अस्पतालों के लिए भारत की मदद मांगी...
इंटरनेशनल डेस्कः नेपाल सरकार ने स्वास्थ्य पर्यटन को बढ़ावा देने, आयुर्वेद में रिसर्च, जड़ी-बूटियों की खोज और आयुर्वेद अस्पतालों के लिए भारत की मदद मांगी है। शुक्रवार 3 मार्च को 7वीं अंतर्राष्ट्रीय आयुर्वेद कांग्रेस का उद्घाटन करते हुए नेपाली प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने कहा कि उनकी सरकार आयुर्वेद को लोकप्रिय बनाकर स्वास्थ्य पर्यटन को बढ़ावा देगी और सबसे आवश्यक औषधीय जड़ी-बूटियों के आयात और निर्यात को व्यवस्थित करने के लिए निर्णय लेगी।
उन्होंने नेपाल की सबसे पुरानी आयुर्वेदिक दवा बनाने वाली कंपनी सिंहदरबार वैद्यखाना (वर्तमान में सिंहदरबार वैद्यखाना विकास समिति के रूप में जानी जाती है) को बहाल करने और उसे राष्ट्रीय गौरव परियोजना के रूप में उन्नत करने का वादा किया। प्रचंड ने कहा कि हमारी सरकार में राष्ट्रीय आयुर्वेद अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र को पूरी तरह से संचालित करने और स्वदेशी जड़ी-बूटियों पर शोध को तेज करने की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए नीतिगत फैसले लिए जाएंगे। उन्होंने कहा, "सरकार 7 प्रांतों में से प्रत्येक में आयुर्वेदिक दवाओं के निर्माण और औषधीय जड़ी-बूटियों के संग्रह और प्रसंस्करण के लिए एक केंद्र स्थापित करने की नीति पर काम कर रही है।