Edited By Mehak,Updated: 26 Dec, 2025 01:06 PM

सर्दियों में ठंडे पानी से नहाने की आदत कुछ लोगों को तरोताजा करती है, लेकिन हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों के लिए यह सुरक्षित नहीं माना जाता। ठंडा पानी शरीर के ब्लड सर्कुलेशन में अचानक बदलाव कर सकता है, जिससे चक्कर, घबराहट या कमजोरी जैसी...
नेशनल डेस्क : सर्दियों के मौसम में ज्यादातर लोग गुनगुने पानी से नहाना पसंद करते हैं, लेकिन कुछ लोग ठंडे पानी से नहाने को ज्यादा फायदेमंद मानते हैं। उनका कहना होता है कि इससे शरीर तरोताजा रहता है और सुस्ती दूर होती है। हालांकि, हर व्यक्ति के लिए यह आदत सही नहीं होती, खासकर उन लोगों के लिए जो हाई ब्लड प्रेशर या डायबिटीज जैसी बीमारियों से जूझ रहे हैं।
ठंडे पानी से नहाने का असर
डॉक्टरों के अनुसार, सर्दियों में ठंडे पानी से नहाने पर शरीर को अचानक तापमान में बदलाव झेलना पड़ता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन में तेजी से परिवर्तन हो सकता है, जो हाई बीपी और डायबिटीज के मरीजों के लिए जोखिम भरा साबित हो सकता है। ठंडे पानी के संपर्क में आते ही कुछ लोगों को चक्कर, घबराहट, बेचैनी या कमजोरी महसूस हो सकती है। जिन मरीजों का ब्लड प्रेशर या ब्लड शुगर पहले से संतुलित नहीं रहता, उनमें यह परेशानी और ज्यादा बढ़ सकती है।
हाई BP और डायबिटीज के मरीजों के लिए सलाह
विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मरीजों को सर्दियों में ठंडे पानी से नहाने से बचना चाहिए। इसके बजाय गुनगुना पानी ज्यादा सुरक्षित विकल्प माना जाता है, क्योंकि इससे शरीर धीरे-धीरे तापमान के अनुसार खुद को ढाल लेता है और किसी तरह का झटका नहीं लगता। गुनगुने पानी से नहाने पर दिल और रक्त संचार पर अचानक दबाव नहीं पड़ता, जिससे जोखिम कम हो जाता है।
नहाते समय जरूरी सावधानियां
हाई बीपी और डायबिटीज के मरीजों को नहाते समय कुछ जरूरी सावधानियां भी बरतनी चाहिए। नहाने से पहले शरीर को अचानक ठंडे माहौल में न ले जाएं और बाथरूम बहुत ठंडा हो तो थोड़ी देर रुककर शरीर को अनुकूल बनाएं। बहुत ज्यादा ठंडे या बहुत गर्म पानी का इस्तेमाल करने से बचें। नहाने का समय ऐसा चुनें जब शरीर बहुत ज्यादा थका हुआ या कमजोर न हो।
सेहत का रखें खास ध्यान
अगर नहाते समय चक्कर आना, घबराहट, सांस लेने में दिक्कत या असामान्य थकान महसूस हो, तो तुरंत नहाना बंद कर देना चाहिए। इसके साथ ही, नियमित रूप से दवाइयों का सेवन करना, ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल की जांच करते रहना और डॉक्टर की सलाह का पालन करना बेहद जरूरी है। सर्दियों में थोड़ी सी सावधानी अपनाकर हाई बीपी और डायबिटीज के मरीज अपनी सेहत को सुरक्षित रख सकते हैं।