Edited By Monika Jamwal,Updated: 26 Sep, 2022 02:22 PM
माता वैष्धो देवी की नगरी कटरा में शारीदय नवरात्र के साथ ही दस दिनों का कटरा फेस्टिवल शुरू हो गया।
जम्मू: माता वैष्धो देवी की नगरी कटरा में शारीदय नवरात्र के साथ ही दस दिनों का कटरा फेस्टिवल शुरू हो गया। कटरा से लेकर भवन तक माता के भवन को महंगे, मनमोहक फूलों और फलों से सजाया गया है। भवन की छटा देखते ही बन रही है। आज हम आपको बताएंगे माता के दरबार के बारे में कुछ रोचक जानकारियां
कटरा से भवन तक की चढ़ाई करीब 13 किलोमीटर है जबकि भैरो मन्दिर तक 14.5 किलोमीटर है। कटरा से भवन जाने के लिए पुराने रास्ते का अगर प्रयोग किया जाता है तो अर्द्धकुंवारी के बाद चढ़ाई काफी दुर्गम है। हाथी मत्थे की चढ़ाई यात्रियों को थका देती है पर यात्री माता के जयघोष के साथ इसे चढ़ जाते हैं।
माता के भवन तक जाने के लिए अगर अर्द्धकुंवारी मन्दिर में मात्था टेकने के लिए नहीं रूकते हैं तो गुुफा तक पहुंचने में करीब चार घंटे लग जाते हैं। वहीं भवन पर भीड़ के हिसाब समय लगता है यानि कि एक से तीन घंटे या फिर इससे अधिक।
माता वैष्णो देवी के भवन के पास रूकने के लिए श्री माता वैष्णो देवी श्राइप बोर्ड ने कई सारे विश्रामघरों का निर्माण किया है। इनका किराया 120 से लेकर 150 रूपये तक के बीच है जबकि प्राइवेट कमरों का किराया एक हजार से अधिक का है।
यात्रियों के लिए बैटरी कार सेवा भी उपलब्ध रहती है। यह सेवा अर्द्धकुंवारी से लेकर भवत तक है। इसकी बुकिंग कटरा में ही करवानी पड़ती है।
वैष्णो देवी यात्री अब ऑनलाइन पंजिकरण के माध्यम से यात्रा पर्ची कटवा सकते हैं। वहीं अब भवन से भैरों घाटी के लिए रोपवे सेवा भी उपलब्ध है।
लोग गर्मियों में मुख्यतः वैष्णो देवी की यात्रा रात में करते हैं क्योंकि दिन में धूप तेज होती है। हांलाकि वैष्णो देवी की यात्रा साल के सोर महीने और दिन के 24 घंटे जारी रहती है।