Edited By Rohini Oberoi,Updated: 08 Aug, 2025 03:30 PM

दिल्ली के निजामुद्दीन में एक्ट्रेस हुमा कुरैशी के चचेरे भाई आसिफ कुरैशी की हत्या ने एक बार फिर राजधानी में बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक मामूली पार्किंग विवाद में हुई यह हत्या दर्शाती है कि दिल्ली में कानून-व्यवस्था की स्थिति...
नेशनल डेस्क। दिल्ली के निजामुद्दीन में एक्ट्रेस हुमा कुरैशी के चचेरे भाई आसिफ कुरैशी की हत्या ने एक बार फिर राजधानी में बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक मामूली पार्किंग विवाद में हुई यह हत्या दर्शाती है कि दिल्ली में कानून-व्यवस्था की स्थिति कितनी गंभीर है। आइए जानते हैं कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट दिल्ली में अपराधों के बारे में क्या कहती है और कौन-से इलाके सबसे खतरनाक माने जाते हैं।
दिल्ली क्राइम में सबसे आगे
रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में क्राइम रेट प्रति लाख जनसंख्या पर 1,783.6 था जो देश के किसी भी बड़े शहर से काफी ज्यादा है। इसका मतलब यह है कि राजधानी में हर दिन चोरी, लूट, बलात्कार और हत्या जैसी सैकड़ों घटनाएं होती हैं।
-
महिलाओं के खिलाफ अपराध: 2022 में दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ 4,45,256 अपराध दर्ज किए गए जो 2021 की तुलना में 4% अधिक थे।
-
हत्या के मामले: दिल्ली 19 महानगरों में हत्या के मामलों में भी पहले नंबर पर है जहां 2022 में 501 हत्याएं दर्ज की गईं।
यह भी पढ़ें: लिव-इन में रहने की जिद पर अड़ी थी बेटी, दूध में मिलाई नींद की गोली और फिर दुपट्टे से... पीछे छिपा था यह खौफनाक सच!
दिल्ली के सबसे खतरनाक इलाके
दिल्ली के कुछ इलाके अपराधों के लिए बदनाम हैं। यहां अपराध का पैटर्न भी अलग-अलग है:
-
साउथ-वेस्ट दिल्ली (सागरपुर): यह इलाका रेप और छेड़छाड़ जैसी घटनाओं के लिए जाना जाता है।
-
न्यू उस्मानपुर (यमुनापार): यहां भी रेप और लूटपाट की घटनाएं आम हैं।
-
सुल्तानपुरी, निहाल विहार, प्रेम नगर और समयपुर बादली: ये इलाके सेक्सुअल असॉल्ट और छेड़छाड़ के मामलों में सबसे ऊपर हैं।
-
नरेला और बवाना: इन इलाकों में गैंगस्टर गतिविधियों और जबरन वसूली का दबदबा रहा है।
-
नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली (खजूरी खास): यह इलाका हत्या और लूटपाट के लिए चर्चा में रहता है।
यह भी पढ़ें: Indian Student Murder In Canada: कनाडा में इंडियन स्टूडेंट की निर्मम हत्या, मचा बवाल, आरोपी गिरफ्तार
आसिफ कुरैशी की हत्या
आसिफ कुरैशी की हत्या भी दिल्ली में बढ़ते हिंसक अपराधों का एक उदाहरण है। 8 अगस्त को निजामुद्दीन इलाके में पार्किंग को लेकर हुए एक छोटे से विवाद में उन पर धारदार हथियारों से हमला किया गया जिससे उनकी मौत हो गई। यह घटना दिखाती है कि कैसे मामूली मुद्दे भी हिंसक अपराधों में बदल जाते हैं।