Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 05 Jul, 2025 03:16 PM

नेहल मोदी बेल्जियम का नागरिक है और उस पर भारत के सबसे बड़े बैंक घोटालों में से एक, पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले में संलिप्त होने का गंभीर आरोप है। यह वही घोटाला है जिसमें नीरव मोदी पहले ही मुख्य आरोपी है और इस समय ब्रिटेन में जेल में बंद है।
नेशनल डेस्क: नेहल मोदी बेल्जियम का नागरिक है और उस पर भारत के सबसे बड़े बैंक घोटालों में से एक, पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले में संलिप्त होने का गंभीर आरोप है। यह वही घोटाला है जिसमें नीरव मोदी पहले ही मुख्य आरोपी है और इस समय ब्रिटेन में जेल में बंद है।
नेहल मोदी पर कौन-कौन से आरोप?
PNB बैंक धोखाधड़ी:
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाला भारत का अब तक का सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाला माना जाता है। यह घोटाला 2011 से 2018 के बीच हुआ, जिसमें हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी ने फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoU) के जरिए करीब 13,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की। उन्होंने इन LoU का इस्तेमाल करके विदेशी बैंकों से लोन लिया और चुकाया नहीं। घोटाले के सामने आते ही दोनों आरोपी विदेश भाग गए। मामले की जांच CBI और ED कर रही हैं और भारत सरकार उनके प्रत्यर्पण की कोशिश में जुटी है।
लाईटलकस्ट्राई के हीरा धोखाधड़ी (LLD Diamonds USA) में फर्जीवाड़ा:
LD Diamonds USA घोटाला अमेरिका में हुआ एक बड़ा हीरा धोखाधड़ी मामला है, जिसमें नेहल मोदी, जो भगोड़े नीरव मोदी का भाई है, मुख्य आरोपी है। नेहल पर आरोप है कि उसने Costco Wholesale Corporation जैसी बड़ी कंपनियों को हीरे बेचने के नाम पर झूठे दस्तावेज और झूठी जानकारी देकर लगभग 2.6 मिलियन डॉलर (करीब ₹21.5 करोड़) की धोखाधड़ी की। नेहल ने दावा किया था कि वह ये हीरे बेचने के लिए ले रहा है लेकिन बाद में उसने उन्हें बेचने के बजाय गिरवी रख दिया या अपनी जरूरतों के लिए इस्तेमाल किया। इस धोखाधड़ी की घटनाएं मई से जुलाई 2015 के बीच हुई थीं। न्यूयॉर्क कोर्ट में पेश दस्तावेजों में कहा गया है कि नेहल मोदी ने जानबूझकर गुमराह करने वाली जानकारी दी और कंपनी को बड़ा नुकसान पहुंचाया। इस मामले में भी नेहल के खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे हैं।
मनी लॉन्ड्रिंग और साजिश रचने का आरोप:
नेहल मोदी पर मनी लॉन्ड्रिंग (धन शोधन) और आपराधिक साजिश रचने के गंभीर आरोप लगे हैं। मनी लॉन्ड्रिंग का मतलब है अवैध रूप से कमाए गए पैसे को वैध स्रोतों से आया दिखाना। जांच एजेंसियों के मुताबिक, नेहल ने धोखाधड़ी से प्राप्त पैसों को कई कंपनियों और खातों के ज़रिए घुमाकर उन्हें "साफ" करने की कोशिश की। इस प्रक्रिया में उसने ऐसे दस्तावेज तैयार किए जो दिखाते थे कि पैसा वैध कारोबार से आया है। इसके अलावा, नेहल पर यह भी आरोप है कि उसने अपने भाई नीरव मोदी की मदद करते हुए भारत के पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में साजिश रची। उसने जानबूझकर सबूतों को छिपाया और जांच को गुमराह किया। भारत की ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) और सीबीआई का कहना है कि नेहल ने कई लोगों और कंपनियों के साथ मिलकर इस पूरे आर्थिक अपराध की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया। यही कारण है कि उसके खिलाफ अब प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
इन सभी मामलों की सुनवाई अभी अमेरिका की अदालतों में चल रही है, जहाँ भारत प्रत्यर्पण चाहता है। अगर अदालत भारत के पक्ष में फैसला करती है तो नेहल मोदी को भारत लाया जा सकता है, जहाँ उन्हें जांच और मुकदमा झेलना होगा। इस गिरफ्तारी से यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत द्वारा PNB तथा अन्य आर्थिक अपराधों में संलिप्त भगोड़ों का पीछा तेज और संगठित रूप से जारी है।