Edited By Rohini Oberoi,Updated: 31 Dec, 2025 11:16 AM

बजट होटल की दुनिया में क्रांति लाने वाले स्टार्टअप OYO का नाम आज हर किसी की जुबान पर है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस विशाल कंपनी का असली ढांचा क्या है और इसमें किन दिग्गजों का पैसा लगा है? हाल ही में ओयो की पैरेंट कंपनी प्रिज्म (Prism) को शेयर...
Real OYO Owner : बजट होटल की दुनिया में क्रांति लाने वाले स्टार्टअप OYO का नाम आज हर किसी की जुबान पर है लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस विशाल कंपनी का असली ढांचा क्या है और इसमें किन दिग्गजों का पैसा लगा है? हाल ही में ओयो की पैरेंट कंपनी प्रिज्म (Prism) को शेयर बाजार में उतरने यानी IPO के जरिए करीब 6,650 करोड़ रुपये ($742 मिलियन) जुटाने के प्रस्ताव पर निवेशकों की मंजूरी मिल गई है।आइए समझते हैं रितेश अग्रवाल के इस 'ग्लोबल ब्रांड' के पीछे की पूरी कहानी।
कॉलेज ड्रॉप-आउट से ग्लोबल CEO तक का सफर
ओयो की कहानी साल 2013 में शुरू हुई थी। एक युवा लड़के रितेश अग्रवाल ने 'Oravel Stays' के नाम से बजट होटलों का एक नेटवर्क तैयार किया। उनकी यह यात्रा एक साधारण कॉलेज ड्रॉप-आउट से लेकर दुनिया की सबसे बड़ी हॉस्पिटैलिटी फर्मों में से एक के सीईओ बनने तक की है जो आज करोड़ों युवाओं के लिए प्रेरणा है।

रितेश अग्रवाल की कितनी है हिस्सेदारी?
रितेश अग्रवाल केवल संस्थापक ही नहीं बल्कि कंपनी के सबसे बड़े निवेशकों में से एक भी हैं। साल 2024 के फंडिंग राउंड में रितेश ने अपनी सिंगापुर स्थित यूनिट 'पेशेंट कैपिटल' (Patient Capital) के जरिए करीब 830 करोड़ रुपये का निवेश किया। इस निवेश के बाद कंपनी में उनकी हिस्सेदारी बढ़कर लगभग 32.57% हो गई है। यह कदम दिखाता है कि संस्थापक को अपनी कंपनी के भविष्य पर कितना भरोसा है।
ओयो में किन दिग्गजों ने लगाया है पैसा?
ओयो को इस मुकाम तक पहुंचाने में दुनिया के सबसे बड़े वेंचर कैपिटलिस्ट और कंपनियों का हाथ है। प्रमुख निवेशकों की सूची इस प्रकार है:
| निवेशक का नाम |
प्रभाव |
| SoftBank Group |
सबसे बड़ा समर्थक, जिसने अरबों डॉलर का निवेश किया। |
| Lightspeed & Sequoia |
शुरुआती दौर के निवेशक जिन्होंने ओयो की नींव मजबूत की। |
| Airbnb & Didi Chuxing |
वैश्विक दिग्गजों के साथ रणनीतिक साझेदारी। |
| Hero Enterprise |
भारतीय कॉर्पोरेट जगत का बड़ा नाम। |

वैल्यूएशन और ग्लोबल विस्तार
साल 2018-19 के दौरान सॉफ्टबैंक के निवेश के बाद ओयो की वैल्यूएशन करीब $9-10 बिलियन तक पहुंच गई थी। हालांकि कोरोना महामारी और बदलती आर्थिक स्थितियों के कारण बाद में इसमें उतार-चढ़ाव आया। आज ओयो केवल भारत में ही नहीं बल्कि लंदन, यूरोप, अमेरिका, और मध्य पूर्व के देशों में अपनी धाक जमा चुका है।

IPO की तैयारी और भविष्य
ओयो की पैरेंट कंपनी 'ओरावेल स्टेज' (अब Prism) ने अब सार्वजनिक बाजार (Public Market) में कदम रखने की तैयारी कर ली है। ₹6,650 करोड़ का यह IPO कंपनी के कर्ज को कम करने और वैश्विक विस्तार को नई गति देने के लिए लाया जा रहा है। निवेशकों की हरी झंडी मिलना इस स्टार्टअप के लिए एक बड़ी जीत मानी जा रही है।