Edited By Yaspal,Updated: 22 Sep, 2023 06:05 AM

राज्यसभा का विशेष सत्र अपने निर्धारित कार्यक्रम से एक दिन पहले ही बृहस्पतिवार को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया। दोनों सदनों की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गई
नेशनल डेस्कः राज्यसभा का विशेष सत्र अपने निर्धारित कार्यक्रम से एक दिन पहले ही बृहस्पतिवार को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया। दोनों सदनों की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गई। सभापति जगदीप धनखड़ ने उच्च सदन में महिला आरक्षण से संबंधित ‘संविधान (128वां संशोधन) विधेयक, 2023' पारित होने के बाद बैठक को अनिश्चत काल के लिए स्थगित करने की घोषणा की। विशेष सत्र का प्रारंभ 18 सितंबर को हुआ और इसका समापन 22 सितंबर को होना था। इस विशेष सत्र में पहले दिन 18 सितंबर को कार्यवाही संसद के पुराने भवन में हुई जिसे अब ‘संविधान सदन' के नाम से जाना जाता है। उस दिन उच्च सदन में देश की संसदीय यात्रा के 75 वर्ष के सफर पर चर्चा हुई थी।

उच्च सदन की 19 सितंबर की पहली बैठक नये संसद भवन में हुई। 20 सितंबर को सदन में ‘चंद्रयान-3 की सफलता और अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों' पर चर्चा हुई। बृहस्पतिवार को सदन में महिला आरक्षण संबंधी विधेयक पर 10 घंटे से अधिक चर्चा हुई। कानून बनने के बाद इसे ‘नारीशक्ति वंदन अधिनियम' से नाम से जाना जाएगा।
लोकसभा में 132 प्रतिशत रही काम की उत्पादकता
वहीं, लोकसभा का विशेष सत्र अपने निर्धारित कार्यक्रम से एक दिन पहले ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। इस सत्र में महिलाओं के आरक्षण से संबंधित महत्वपूर्ण विधेयक को पारित किया गया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने ‘चंद्रयान-3 की सफलता और अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों' पर चर्चा के बाद सदन की बैठक स्थगित करने की घोषणा की। कार्यवाही स्थगित करने से पहले वैज्ञानिकों की सराहना करते हुए सदन ने एक संकल्प भी पारित किया। सदन की बैठक निर्धारित तिथि से एक दिन पहले स्थगित कर दी गई।

नए संसद भवन में 19 सितंबर से सदन की बैठक आरंभ हुई और पहले ही दिन महिला आरक्षण से संबंधित ‘संविधान (128वां संशोधन) विधेयक, 2023' पेश किया गया। कानून बनने के बाद इसे ‘नारीशक्ति वंदन अधिनियम' से नाम से जाना जाएगा। इसके तहत लोकसभा और विधानसभाओं में 33 प्रतिशत सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित करने का प्रावधान है। बिरला ने कहा कि इस विशेष सत्र में कार्य उत्पादकता 132 प्रतिशत रही। इस दौरान 31 घंटे तक सदन चला।
PM मोदी को राज्यसभा में दी गई जन्मदिन की बधाई
इससे पहले, राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उनके जन्मदिन की बधाई दी गई। सभापति जगदीप धनखड़ ने लोकसभा एवं राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण के प्रावधान वाले ‘संविधान (128वां संशोधन) विधेयक, 2023' पर मतदान के दौरान कहा कि इस विधेयक को पारित करने के समय यह सुखद संयोग है कि आज ही प्रधानमंत्री का जन्मदिन है।

सभापति ने यह भी कहा कि आज भारतीय पंचांग तिथि गणना के अनुसार प्रधानमंत्री का जन्मदिन है। उन्होंने प्रधानमंत्री को जन्मदिन की बधाई दी। इसके बाद सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के सदस्यों ने मेजें थपथपाकर प्रधानमंत्री को उनके जन्मदिन की बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दोनों हाथ जोड़कर सभापति एवं सभी सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया। उल्लेखनीय है कि अंग्रेजी तारीख के अनुसार, मोदी का जन्मदिन 17 सितंबर है।
नारी शक्ति को मिलेगी नई ऊर्जा- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा एवं राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण देने के प्रावधान वाले विधेयक को देश की नारी शक्ति को नई ऊर्जा देने वाला करार देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि इससे महिलाएं राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए नेतृत्व के साथ आगे आएंगी। मोदी ने राज्यसभा में ‘संविधान (128वां संशोधन) विधेयक, 2023' पर चर्चा के अंत में यह बात कही। उन्होंने कहा कि चर्चा में भाग लेते हुए दो दिन से (संसद में) इस महत्वपूर्ण विधेयक पर चर्चा हो रही है और करीब 132 सदस्यों ने दोनों सदनों में बहुत सार्थक चर्चा की है।

पीएम मोदी ने कहा, ‘‘भविष्य में भी इस चर्चा का एक-एक शब्द हमारी आने वाली यात्रा में हम सबके काम आने वाला है, इसलिए हर बात का अपना महत्व है, मूल्य है।'' उन्होंने इस विधेयक का समर्थन करने के लिए सभी सदस्यों का ‘हृदय से अभिनंदन और हृदय से आभार व्यक्त' किया। उन्होंने कहा कि यह जो भावना पैदा हुई है, उससे देश के जन-जन में एक आत्मविश्वास पैदा होगा। उन्होंने कहा कि सभी सदस्यों एवं सभी दलों ने एक बहुत बड़ी भूमिका निभाई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नारी शक्ति को सम्मान एक विधेयक पारित होने से मिल रहा है, ऐसी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि इस विधेयक के प्रति सभी राजनीतिक दलों की सकारात्मक सोच होना, यह देश की नारी शक्ति को एक नयी ऊर्जा देने वाला है। उन्होंने कहा, ‘‘यह (नारी शक्ति) नये विश्वास के साथ राष्ट्र निर्माण में योगदान देने में नेतृत्व के साथ आगे आएगी, यह अपने आप में हमारे उज्ज्वल भविष्य की गारंटी बनने वाली है।'' उन्होंने सदस्यों से अपील की कि यह उच्च सदन है, जहां उत्तम स्तर की चर्चा हुई है और वे इस विधेयक पर सर्वसम्मति से मतदान कर देश को नया विश्वास दें।