Edited By jyoti choudhary,Updated: 29 Sep, 2025 06:10 PM

आज के डिजिटल और ऑफलाइन बैंकिंग युग में पैसे ट्रांसफर करना, चेक क्लियर कराना या एटीएम से कैश निकालना हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन चुका है लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि आपके खाते से हर साल कितनी रकम बैंक चार्जेस के नाम पर कट जाती है?...
बिजनेस डेस्कः आज के डिजिटल और ऑफलाइन बैंकिंग युग में पैसे ट्रांसफर करना, चेक क्लियर कराना या एटीएम से कैश निकालना हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन चुका है लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि आपके खाते से हर साल कितनी रकम बैंक चार्जेस के नाम पर कट जाती है? बैंकों द्वारा वसूले जाने वाले कुछ आम चार्जेस इस प्रकार हैं:
1. कैश ट्रांजेक्शन चार्ज
अधिकांश बैंक केवल तय सीमा तक कैश जमा या निकासी मुफ्त देते हैं। लिमिट से ज्यादा ट्रांजेक्शन पर 20 से 100 रुपए तक शुल्क लगता है। बार-बार निकासी पर यह चार्ज बड़ी रकम में बदल सकता है।
2. मिनिमम बैलेंस न रखने पर पेनाल्टी
अगर अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस नहीं है, तो बैंक हर महीने 50 से 600 रुपए तक पेनाल्टी काटता है। यह राशि बैंक के नियम और लोकेशन पर निर्भर करती है।
3. IMPS ट्रांसफर फीस
NEFT और RTGS पर ज्यादातर बैंक शुल्क नहीं लेते लेकिन IMPS ट्रांसफर पर 1 से 25 रुपए तक चार्ज लगता है।
4. SMS अलर्ट चार्ज
हर तिमाही में SMS अलर्ट के नाम पर बैंक 15 से 25 रुपए कटते हैं। सालभर में यह राशि लगभग 100 रुपए तक पहुंच सकती है और लाखों ग्राहकों से मिलकर बैंक को अच्छी कमाई हो जाती है।
5. चेकबुक और चेक क्लियरेंस चार्ज
अतिरिक्त चेकबुक पर शुल्क लागू होता है। एक लाख से अधिक के चेक क्लियर करने पर 150 रुपए तक का क्लीयरेंस चार्ज भी देना पड़ता है।
6. ATM ट्रांजेक्शन चार्ज
हर बैंक महीने में 4-5 बार एटीएम से मुफ्त कैश निकालने की सुविधा देता है। इसके बाद हर निकासी पर 20 से 50 रुपए चार्ज लगता है। दूसरे बैंक के एटीएम से निकासी पर यह और बढ़ सकता है।
7. डेबिट कार्ड चार्ज
डेबिट कार्ड के लिए सालाना 100 से 500 रुपए तक मेंटेनेंस फीस ली जाती है। खो जाने या डैमेज होने पर नया कार्ड लेने पर 50 से 500 रुपए चार्ज लग सकता है।