Edited By jyoti choudhary,Updated: 02 Dec, 2025 01:15 PM

Bank of Maharashtra Offer for Sale: केंद्र 5% हिस्सेदारी बेच रही है और साथ ही 1% का ग्रीन शू ऑप्शन भी रखा गया है। जरूरत पड़ने पर यह अतिरिक्त हिस्सा भी बेचा जा सकता है। OFS की फ्लोर प्राइस 54 रुपए प्रति शेयर तय हुई है, जो मौजूदा बाजार भाव से कम है।...
बिजनेस डेस्कः भारत सरकार ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र (Bank of Maharashtra) में अपनी हिस्सेदारी बेचने का फैसला आधिकारिक रूप से घोषित कर दिया है। जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, यह हिस्सेदारी Offer for Sale (OFS) के जरिए बेची जाएगी। बैंक के शेयर बेचने की प्रक्रिया आज यानी 2 दिसंबर को खुल चुकी है। हालांकि रिटेल इनवेस्टर्स आज नहीं बल्कि कल यानी 3 दिसंबर को इसमें हिस्सा ले सकेंगे।
यह कदम ऐसे समय में आया है जब बैंक का शेयर पिछले कुछ महीनों से मजबूत प्रदर्शन कर रहा है और सरकार को मिनिमम पब्लिक शेयरहोल्डिंग के नियमों को पूरा करना है।
सरकार बेचेगी 5% हिस्सा, 1% ग्रीन शू ऑप्शन भी
केंद्र 5% हिस्सेदारी बेच रही है और साथ ही 1% का ग्रीन शू ऑप्शन भी रखा गया है। जरूरत पड़ने पर यह अतिरिक्त हिस्सा भी बेचा जा सकता है। OFS की फ्लोर प्राइस 54 रुपए प्रति शेयर तय हुई है, जो मौजूदा बाजार भाव से कम है। सितंबर तिमाही के अनुसार, सरकार के पास बैंक की 79.6% हिस्सेदारी है। केवल 5% हिस्सेदारी की बिक्री से ही सरकार लगभग 1,800 करोड़ रुपए जुटा सकती है।
पब्लिक शेयरहोल्डिंग नॉर्म्स पूरे करने के लिए OFS
अक्टूबर 2024 में बैंक ने 3,500 करोड़ रुपए का QIP पूरा किया था, जिससे इसकी कैपिटल बेस मजबूत हुई। इसके बाद यह साफ था कि सार्वजनिक हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए सरकार को स्टेक कम करना होगा। PSU बैंकों में सरकारी हिस्सेदारी और कंसोलिडेशन से जुड़े मामले इस समय चर्चा में हैं, ऐसे में Bank of Maharashtra का OFS भी उसी दिशा का हिस्सा माना जा रहा है।
PSU बैंकों के कंसोलिडेशन पर फिर फोकस
हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि अगला बैंक कंसोलिडेशन फेज जल्द शुरू होगा। बाजार विशेषज्ञ मानते हैं कि सरकारी हिस्सेदारी 75% से अधिक होने पर मार्केट लिक्विडिटी घटती है, जिससे निवेशक रुचि कम हो सकती है। इसलिए यह OFS व्यापक बैंकिंग सुधारों के लिहाज से अहम है।