Edited By jyoti choudhary,Updated: 16 May, 2021 05:19 PM
कोविड-19 महामारी के कारण भारतीय होटल उद्योग को वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान आय में करीब 1.30 लाख करोड़ का नुकसान हुआ है और इससे उबरने के लिए फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एफएचआरएआई) ने सरकार
बिजनेस डेस्कः कोविड-19 महामारी के कारण भारतीय होटल उद्योग को वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान आय में करीब 1.30 लाख करोड़ का नुकसान हुआ है और इससे उबरने के लिए फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एफएचआरएआई) ने सरकार ने मदद की अपील की है। एफएचआरएआई ने रविवार को कहा की उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अन्य केंद्रीय मंत्रियों को सौपे एक विवरण में हॉस्पिटेलिटी उद्योग को बचाने के लिए तत्काल मदद की अपील की है और सरकार से इसके लिए कई वित्तीय उपायों उठाने का अनुरोध भी किया है।
एफएचआरएआई ने एक बयान में कहा, "वित्त वर्ष 2019-20 में भारतीय होटल उद्योग की आय 1.82 करोड़ थी। हमारे आंकलन के अनुसार वित्त वर्ष में 2020-21 में आय में करीब 75 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई जो उद्योग को 1.30 लाख करोड़ से अधिक का झटका हैं।'' एफएचकआरएआई के उपाध्यक्ष गुरबख्शीश सिंह कोहली ने कहा कि मार्च 2020 के बाद से उद्योग अपने वैधानिक और पूंजीगत व्यय दायित्वों के प्रबंधन को लेकर संघर्ष कर रहा हैं।
वर्तमान स्थिति में ब्याज के साथ ऋणों का पुनर्भुगतान करना केवल कठिन ही नहीं बल्कि असंभव है। हम सरकार से उद्योग के लिए एक विशेष नीति लाने का अनुरोध करते हैं। जो बैंकों, वित्तीय संस्थानों या किसी अन्य संस्थाओं के प्रति अर्जित या अर्जित होने वाले ऋण सहित सभी वित्तीय प्रभावों को कम करने में सहायता करे।'' कोहली ने कहा, "सरकार को बिना किसी देरी के होटल उद्योग के वैधानिक शुल्क माफ करने के लिए आवश्यक विशेष प्रावधान करना चाहिए। उद्योग को लॉकडाउन की अवधि के दौरान संपत्ति कर, पानी शुल्क, बिजली शुल्क और उत्पाद शुल्क समेत लाइसेंस शुल्क में छूट दी जानी चाहिए।''