Edited By Mehak,Updated: 28 Dec, 2025 02:23 PM

लोन एलिजिबिलिटी केवल आपकी आय पर निर्भर नहीं करती, बल्कि आपका क्रेडिट कार्ड व्यवहार भी अहम होता है। लेंडर्स यह देखते हैं कि आप अपने कार्ड का कितना इस्तेमाल कर रहे हैं, समय पर बिल भुगतान कर रहे हैं या नहीं, और कैश निकालने जैसी आदतें तोड़ती हैं या...
नेशनल डेस्क : बहुत से लोग सोचते हैं कि लोन एलिजिबिलिटी (Loan Eligibility) सिर्फ उनकी आय पर निर्भर करती है, लेकिन ऐसा नहीं है। लोन लेने से पहले आपका क्रेडिट कार्ड व्यवहार भी बेहद महत्वपूर्ण है। बैंक और लेंडर यह देखते हैं कि आप अपने खर्चों को कैसे मैनेज करते हैं, क्या आपने कभी डिफॉल्ट किया है और आपकी क्रेडिट यूटिलाइजेशन (Credit Utilization) कैसी है।
क्रेडिट यूटिलाइजेशन का महत्व
क्रेडिट कार्ड से आप क्या खरीदते हैं, इससे लेंडर को ज्यादा फर्क नहीं पड़ता। लेकिन यह देखता है कि आप उपलब्ध क्रेडिट का कितना इस्तेमाल कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, अगर आपकी कार्ड लिमिट 2 लाख रुपये है और आप लगातार 1.4-1.6 लाख खर्च कर रहे हैं, तो यह आपकी लिमिट का 70-80 प्रतिशत उपयोग है। इससे लेंडर को लगता है कि आप वित्तीय दबाव में हैं। आदर्श स्थिति में 30-40 प्रतिशत या उससे कम यूटिलाइजेशन रखना बेहतर होता है।
क्रेडिट कार्ड का सही इस्तेमाल
- अगर आप कार्ड का हर रोज इस्तेमाल करते हैं, तो लेंडर मान सकते हैं कि आप डेली खर्चों के लिए भी कार्ड पर निर्भर हैं। ओकेजनली और जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल करना बेहतर होता है।
- केवल मिनिमम बिल पेमेंट करना लेंडर्स को अच्छा संकेत नहीं देता। इससे उन्हें लगता है कि कैश-फ्लो की समस्या है और भविष्य में EMI चुकाने में कठिनाई हो सकती है।
- बिल का भुगतान समय पर करना जरूरी है। स्टेटमेंट बनने के बाद लेकिन ड्यू डेट से पहले भुगतान करने पर भी अधिक बैलेंस क्रेडिट ब्यूरो को रिपोर्ट होता है। लगातार ज्यादा बैलेंस दिखाना स्कोर को प्रभावित कर सकता है।
कैश निकासी से बचें
क्रेडिट कार्ड से कैश निकालना आपके क्रेडिट प्रोफाइल को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे उपयोगकर्ताओं को बैंक लोन देने में हिचकिचाता है या हाई इंटरेस्ट रेट पर लोन मिलता है।