Edited By Niyati Bhandari,Updated: 10 Sep, 2023 01:56 PM
पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि यानी 10 सितंबर आज अजा एकादशी का व्रत रखा जा रहा है। इसे अन्नदा एकादशी के नाम से भी जाना
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Aja Ekadashi 2023: पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि यानी 10 सितंबर आज अजा एकादशी का व्रत रखा जा रहा है। इसे अन्नदा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि ये व्रत रखने से अश्वमेध यज्ञ के फल की प्राप्ति होती है और जगत के पालनहार की विशेष कृपा मिलती है। वैसे तो श्री हरि को सारी एकादशी बहुत प्रिय होती हैं लेकिन आज के दिन कुछ बेहद खास और दुर्लभ संयोग बनने जा रहे हैं। जिसमें अगर पूजा कर ली जाए तो जिंदगी संवर जाती है। आज रविवार होने के कारण ये दिन बेहद खास बन गया है क्योंकि भगवान विष्णु के साथ सूर्य देव की पूजा करके आप ग्रह दोषों से मुक्ति पा सकते हैं। तो चलिए सबसे पहले जानते हैं दुर्लभ संयोग के बारे में...
Aja Ekadashi Date अजा एकादशी डेट
हिंदू कैलेंडर के अनुसार एकादशी तिथि की शुरुआत 9 सितंबर को शाम 7:17 मिनट से होगी और 10 सितंबर रात 9 बजकर 28 मिनट पर इसका समापन होगा। उदया तिथि के अनुसार 10 को ये व्रत रखा जाएगा।
Aja Ekadashi auspicious yoga अजा एकादशी शुभ योग
वर्ष 2023 की एकादशी बहुत खास होने वाली है क्योंकि आज रवि पुष्य योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और बुधादित्य योग बन रहा है। कहते हैं कि रवि पुष्य योग में पूजा-पाठ करने से श्री हरि का आशीर्वाद मिलता है और वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग में पूजा, पाठ, मंत्र जाप करने से मां लक्ष्मी की कृपा सदैव आप पर बनी रहती है।
रवि पुष्य योग - 10 सितंबर 2023, शाम 5.06 - 11 सितंबर 2023, शाम 06.04
सर्वार्थ सिद्धि योग - 10 सितंबर 2023, शाम 5.06 - 11 सितंबर 2023, शाम 06.04
बुधादित्य योग - पूरे दिन रहेगा
Do these measures today आज करें ये उपाय
आज के दिन सूर्य देव को तांबे के लोटे में जल और फूल डालकर अर्पित करें।
एकादशी के दिन किया गया दान-पुण्य कभी भी विफल नहीं जाता इसलिए जरूरतमंद लोगों को वस्त्र और खाने-पीने की चीज दान करें।
अजा एकादशी के दिन दक्षिणावर्ती शंख, सोने-चांदी की वस्तु और श्रीयंत्र को घर पर खरीदकर लाना चाहिए। सोने की वस्तु लाना अगर संभव नहीं है तो चांदी के सिक्के भी ला सकते हैं। इस उपाय को करने से घर में धन की कमी नहीं होती।
डंठल वाले पान के पत्ते पर रोली या फिर कुमकुम से श्री लिख कर जगत के पालनकर्ता को अर्पित कर दें। इसके बाद नारियल का भोग लगाएं। इस उपाय को करने से नौकरी और कारोबार में बढ़ोतरी देखने को मिलती है।