Edited By Niyati Bhandari,Updated: 03 Mar, 2023 06:24 AM

आज फाल्गुन मास की एकादशी तिथि है। यूं तो प्रत्येक एकादशी भगवान विष्णु की भक्ति का विशेष दिन है। हर एकादशी का अपना ही महत्व है। आमालकी एकादशी भगवान विष्णु और आवंले के फल को समर्पित है। इस एकादशी पर आंवले की पूजा-अर्चना करने से विशेष
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Amalaki Ekadashi: आज फाल्गुन मास की एकादशी तिथि है। यूं तो प्रत्येक एकादशी भगवान विष्णु की भक्ति का विशेष दिन है। हर एकादशी का अपना ही महत्व है। आमालकी एकादशी भगवान विष्णु और आवंले के फल को समर्पित है। इस एकादशी पर आंवले की पूजा-अर्चना करने से विशेष लाभ मिलते हैं। आंवला फल भगवान विष्णु को बहुत प्रिय है। इसके औषधीय गुणों के बार में हम सभी जानते हैं। तुलसी के बाद आंवला ही एक ऐसा फल है, जिसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता आम फलों से कई गुणा अधिक है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार भगवान विष्णु पालनकर्ता हैं। अगर आप गौर करें तो जानेंगे की भगवान विष्णु को चढ़ने वाले अधिकतर फल और औषधियां शारीरिक पोषण को बढ़ाते हैं। आइए अब जानते हैं, किस प्रकार आज के दिन भगवान विष्णु और आंवला की विशेष रुप से पूजा करने पर आपको अनंत लाभ प्राप्त होते हैं।
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भगवान विष्णु को आंवला अर्पित करने से आरोग्यता का वरदान प्राप्त होता है।
एकादशी के दिन जो व्यक्ति आंवले के पेड़ पर भगवान विष्णु के नामों का उच्चारण करते हुए पीला सूत बांधते हैं। उन्हें बहुत सारे भौतिक सुख प्राप्त होते हैं। अपने परिवार के साथ सुखी-संपन्न और लंबा जीवन व्यतित करते हैं।
घर की पूर्व की दिशा की तरफ आंवले का पौधा लगाने से सरकारी कामों में सफलता मिलती है। परिवार में चल रही बीमारियां खत्म होती हैं।

आज के दिन घर के मुख्यद्वार पर आंवला लगाने से घर में सकारात्मकता का संचार रहता है और घर में धार्मिक और शुभ आयोजन होते रहते हैं।
ज्योतिष में आंवला को सूर्य ग्रह से भी जोड़ा जाता है। आंवला का प्रयोेग और दान अधिक से अधिक करने पर राजनिति में भी सफलता मिलती है।
पूर्व दिशा की ओर मुख करके आंवला की पूजा करने से तेजस्वी संतान की प्राप्ति होती है।
नीलम
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