Edited By Niyati Bhandari,Updated: 13 Jan, 2023 04:03 AM
लोहड़ी का त्यौहार पंजाब में ही नहीं बल्कि पूरे देश में बड़े ही हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है। ये सर्दी के मौसम की समाप्ति का प्रतीक है। पंचांग के अनुसार मकर संक्राति से एक दिन पहले लोहड़ी का त्यौहार मनाया जाता है।
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Lohri 2023: लोहड़ी का त्यौहार पंजाब में ही नहीं बल्कि पूरे देश में बड़े ही हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है। ये सर्दी के मौसम की समाप्ति का प्रतीक है। पंचांग के अनुसार मकर संक्राति से एक दिन पहले लोहड़ी का त्यौहार मनाया जाता है। इस बार की लोहड़ी को लेकर काफी कंफ्यूजन चल रही है। कब है लोहड़ी 13 या 14 यही सवाल सबके मन में चल रहा है। तो आइए जानते है की इस बार कब है लोहड़ी :
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When is lohri कब है लोहड़ी: पंचांग के अनुसार जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो मकर संक्रांति मनाई जाती है। इस बार सूर्य 14 की रात को 8 बजकर 21 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इस वजह से संक्रांति 15 को मनाई जाएगी। लोहड़ी संक्रांति से एक दिन पहले होती है इसलिए इस साल 13 की बजाय 14 को लोहड़ी का त्यौहार मनाया जाएगा।
Lohri Shubh Muhurat: 14 की रात को सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे इसलिए लोहड़ी का शुभ मुहूर्त 14 की रात 8 बजकर 57 मिनट पर है।
Lohri is the new year for farmers लोहड़ी का त्यौहार किसानों के लिए है नया साल: लोहड़ी का पर्व किसानों के लिए नए साल की तरह है। इस दिन किसान कटाई करने से पहले हाथ जोड़ कर फसलों के लिए प्रार्थना करते हैं और उनका आभार प्रकट करते हैं। उसके बाद अग्नि देव से भूमि के लिए आशीर्वाद देने की प्रार्थना करते हैं। आग के पास घूमते हुए “आदर ऐ दिलतेर जाए” का जाप करते हैं। इस दिन लोग ढोल-नगाड़े बजाकर परिवार और सगे-संबंधियों के साथ त्यौहार का आनंद लिया जाता है।
Importance of Lohri लोहड़ी का महत्व: लोहड़ी का त्यौहार सर्दियों में आता है इसलिए इस दिन सूर्य देव की पूजा करके अच्छी फसल की कामना की जाती है। लोहड़ी के दिन अग्नि जलाने से घर-परिवार की सारी नकारत्मकता दूर हो जाती है और सुख-समृद्धि का वास होता है।