Edited By Niyati Bhandari,Updated: 24 Feb, 2023 09:46 AM

गुरुवार को अंतर्राष्ट्रीय महाशिवरात्रि महोत्सव में बाबा भूतनाथ की जलेब निकालकर सदियों पुरानी परंपरा को पुनर्जीवित किया गया।
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मंडी (अनिल): गुरुवार को अंतर्राष्ट्रीय महाशिवरात्रि महोत्सव में बाबा भूतनाथ की जलेब निकालकर सदियों पुरानी परंपरा को पुनर्जीवित किया गया। देशभर से आए साधु-संतों और नागा साधुओं ने जलेब में हैरतअंगेज करतब दिखाकर सबको सोचने पर मजबूर कर दिया।
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ब्यास तट से आरंभ हुई बाबा भूतनाथ की जलेब नए विक्टोरिया ब्रिज से होते हुए समखेतर पहुंची जहां से होते हुए मोती, चौहाटा से गांधी चौक तक गई और वहां से वापस बाबा भूतनाथ मंदिर में जलेब का विधिवत समापन हो गया। जलेब में बाबा भूतनाथ की छड़ आगे चल रही थी और 51 साधु-संतों सहित 251 भगवा ध्वज लहराते हुए छोटी काशी की गलियां हर हर महादेव, जय बाबा भूतनाथ के जयकारों से गुंजायमान हो गईं।
देशभर से आए संत 5 दिन पहले ही छोटी काशी पहुंच गए थे, लेकिन वे बाबा भूतनाथ मंदिर में न रुककर ब्यास नदी के तट पर ही रात-दिन रहे और साधना करते रहे। इस जलेब की खास बात यह रही कि इसमें क्षेत्र के साधुओं ने भी भाग लिया। महिलाओं, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों ने जलेब में शिरकत करते हुए बाबा भूतनाथ का गुणगान किया।
