Edited By Jyoti,Updated: 15 Jun, 2022 01:05 PM
हिंदू धर्म को मानने वाले प्रत्येक व्यक्ति के घर में पूजा-पाठ के लिए अलग स्थान बनाया जाता है जिसे पूजा घर का नाम दिया जाता है। इस पूजा घर में विभिन्न प्रकार के देवी-देवताओं की प्रतिमा और तस्वीर विराजमान करके
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हिंदू धर्म को मानने वाले प्रत्येक व्यक्ति के घर में पूजा-पाठ के लिए अलग स्थान बनाया जाता है जिसे पूजा घर का नाम दिया जाता है। इस पूजा घर में विभिन्न प्रकार के देवी-देवताओं की प्रतिमा और तस्वीर विराजमान करके विधि वत इनकी पूजा-अर्चना की जाती हैं। मगर बहुत से ऐसे लोग होते हैं जो घर में पूजा पाठ करने के लिए छोटे बड़े मंदिर का निर्माण तो कर लेते हैं परंतु पूजा के समय किन नियमों का ध्यान रखना चाहिए इन बातों को नजरअंदाज कर जाते हैं। जो करना बिल्कुल ठीक नहीं माना जाता है। वास्तु और धार्मिक शास्त्रों की मानें तो घर के पूजा घर से जुड़े नियमों का पालन करना बेहद आवश्यक माना जाता है। अगर इन्हें फॉलो न किया जाए तो पूजा से शुभ फलों की प्राप्ति तो नहीं ही होती, बल्कि इसकी बजाए अशुभ फलों की प्राप्ति होने लगती है। तो आइए जानते हैं घर के पूजा मंदिर में कुछ चीजों को रखने से मना किया जाता है। मान्यता है कि इन चीजों को रखने से भगवान नाराज हो जाते हैं। मान्यतानुसार जानते हैं कि घर के पूजा मंदिर में किन चीजों को नहीं रखा जाता है।
आमतौर पर देखा जाता है लोग पूजा घर में किसी भगवान की बहुत सारी तस्वीरें या मूर्तियां रख लेते हैं लेकिन आपको बता दें ऐसा करना सही नहीं है क्योंकि पूजा घर में किसी भी देवी-देवता की एक से अधिक तस्वीर नहीं रखी जाती है। अगर आपके घर में ऐसा है तो ध्यान रखें उसकी संख्या 3, 5, 7 में नहीं होनी चाहिए।
तो वहीं, भगवान शिव के भक्त घर के पूजा मंदिर में शिवलिंग रखते हैं। वैसे तो घर में शिवलिंग रखना अशुभ नहीं माना जाता है, लेकिन शास्त्रों में शिवलिंग रखने के कुछ नियम बताए गए हैं। शिवपुराण के अनुसार, पूजा स्थल पर एक से अधिक शिवलिंग नहीं रखने चाहिए। साथ ही इसका आकार अंगूठे से बड़ा नहीं होना चाहिए। घर में बड़े शिवलिंग रखने से परिवार के सदस्यों पर बुरा प्रभाव पड़ने लगता है।
मान्यतानुसार, घर के पूजा मंदिर में भगवान के रौद्र रूप वाली तस्वीर या मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। कहा जाता है कि घर के पूजा मंदिर भगवान की वैसी ही तस्वीर रखनी चाहिए, जिसमें वे मुस्कुराते हों। भगवान के रौद्ररूप घर मे रखने से कलह कलेश बढ़ने लगता है।
पुराणों के अनुसार कभी भी घर के मंदिर में शनिदेव की मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि भगवान शनि को इस बात का श्राप मिला हुआ है कि वो जिस भी किसी को देखेंगे उसका अनिष्ट या बुरा होगा। ऐसे में घर के अन्दर शनिदेव की प्रतिमा को रखना खुद की परिशानियों को बढ़ाने जैसा है। हालांकि अगर आप शनि भगवान की पूजा करना चाहते हैं तो घर के बाहर किसी मंदिर में ही करनी चाहिए। इसके अलावा अगर आप अपने घर में शनि देव की पूजा करना चाहते हैं तो उनका मन में स्मरण करें। साथ ही शनिवार को हनुमान जी की भी पूजा करें और शनिदेव को भी याद करें। इससे भी शनि देव प्रसन्न होते हैं।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, घर के पूजा मंदिर में भगवान की टूटी हुई मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। दरअसल खंडित मूर्ति को घर में रखना अशुभ माना गया है। अगर ऐसी मूर्ति है तो उसे हटा देना चाहिए और ध्यान रखें ऐसी मूर्ति किसी पानी में बहाना चाहिए। माना जाता है कि काले रंग का इस्तेमाल कभी भी पूजा घर में नहीं करना चाहिए, इससे नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।