Edited By Niyati Bhandari,Updated: 13 Oct, 2023 03:57 PM
नवरात्रि का पर्व वर्ष में दो बार आता है, एक बार तो चैत्र नवरात्रि और दूसरी बार शारदीय नवरात्रि। इस बार यह शारदीय नवरात्रि आश्विन महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को आरम्भ
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Shardiya navratri: नवरात्रि का पर्व वर्ष में दो बार आता है, एक बार तो चैत्र नवरात्रि और दूसरी बार शारदीय नवरात्रि। यह शारदीय नवरात्रि आश्विन महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को आरम्भ होंगे। इस बार यह नवरात्र 15 अक्तूबर से आरम्भ होकर 24 अक्तूबर तक रहेंगे व 25 अक्टूबर 2023 को विजयदशमी मनाई जाएगी। अष्टमी का व्रत 22 अक्टूबर 2023 को रविवार के दिन रहेगा और महानवमी 23 अक्टूबर 2023 को होगी।
Shardiya navratri vrat vidhi: नवरात्रि व्रत रखने की शास्त्रीय विधि इस प्रकार है
प्रातःकाल जल्दी उठकर व स्नान करने के पश्चात पूजा स्थान पर गंगा जल छिड़क कर स्थान को पवित्र व शुद्ध कर लें। पूजा स्थान में भगवान के समक्ष शुद्ध देसी घी का दीपक प्रज्वलित कर लें। मां दुर्गा का शुद्ध जल से स्नान करवाकर अभिषेक करें। मां को अक्षत, सिंदूर, लाल सुगंधित फूल अर्पण करें एवं प्रसाद के रूप में मिठाई, फल और यथाशक्ति दक्षिणा अर्पण करें। धूप, दीप जलाकर दुर्गा चालीसा का पाठ करें और माता की आरती उतारें व मन में ही माता के व्रत का संकल्प धारण करें। माता को सात्विक खाद्य पदार्थ का भोग लगाएं।
माता के व्रत के दौरान माता को अर्पण की जाने वाली सामग्री इस प्रकार है
लाल चुनरी, मौली, लाल रंग के वस्त्र, श्रृंगार का सामान, दीपक, घी, तेल, धूप, नारियल, चावल, कुमकुम, सुगंधित फूल, पान, सुपारी, लौंग, इलायची, सफेद बताशे या कोई मीठा पदार्थ जैसे कि मिश्री, कपूर, फल, मिठाई, कलावा, माता की प्रतिमा या चित्र इत्यादि।
Sanjay Dara Singh
AstroGem Scientist
LLB., Graduate Gemologist GIA (Gemological Institute of America), Astrology, Numerology and Vastu (SSM)