Edited By Prachi Sharma,Updated: 17 Apr, 2025 07:09 AM

‘सिल्क्यारा बेंड-बरकोट रोड’ सुरंग में दोनों तरफ से खुदाई पूरी होने के साथ बुधवार को बड़ी सफलता मिली। चार धाम यात्रा के मद्देनजर 4.531 किलोमीटर लंबी यह सुरंग काफी महत्वपूर्ण है।
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सिल्क्यारा (उत्तराखंड) (प.स.): ‘सिल्क्यारा बेंड-बरकोट रोड’ सुरंग में दोनों तरफ से खुदाई पूरी होने के साथ बुधवार को बड़ी सफलता मिली। चार धाम यात्रा के मद्देनजर 4.531 किलोमीटर लंबी यह सुरंग काफी महत्वपूर्ण है। 2 लेन की इस सुरंग का निर्माण लगभग 853 करोड़ रुपए की लागत से किया जा रहा है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सुरंग के पूरा होने पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के बीच की दूरी 26 किलोमीटर कम हो जाएगी और तीर्थयात्रियों के लिए 4 धाम यात्रा अधिक सुविधाजनक हो जाएगी।
उन्होंने कहा, “सुरंग के एक छोर से दूसरे छोर तक पहुंचने में केवल 5 मिनट लगेंगे। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।’
राष्ट्रीय राजमार्ग और अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड के एम.डी. कृष्ण कुमार ने कहा कि सुरंग को पूरी तरह से चालू होने में लगभग 15-18 महीने और लगेंगे। निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने के बाद 12 नवम्बर, 2023 को 41 श्रमिक उसके अंदर फंस गए थे। उन्हें 28 नवम्बर को सुरंग से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था।
देश की सबसे लंबी सुरंग के निर्माण में भी मिली बड़ी सफलता
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव बुधवार को उत्तराखंड के जनासू में भारत की सबसे लंबी रेल सुरंग के निर्माण में मिली सफलता के गवाह बने। एक बोरिंग मशीन ने चट्टान की आखिरी परत को तोड़कर दूसरी तरफ निकलकर सफलता हासिल की, जिसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ वैष्णव सुरंग में लगभग 3.5 किलोमीटर तक अंदर गए। देवप्रयाग और जनासू के बीच 14.57 किलोमीटर लंबी सुरंग संख्या-8 उत्तराखंड में महत्वाकांक्षी 125 किलोमीटर लंबी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग ब्रॉडगेज रेल लिंक परियोजना का हिस्सा है।