Edited By Niyati Bhandari,Updated: 24 Sep, 2023 11:04 AM

भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की बारहवीं तिथि को वामन द्वादशी मनाई जाती है। हिंदू धर्म में ये दिन बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। इस दिन श्री हरि ने
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Vaman Dwadashi: भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की बारहवीं तिथि को वामन द्वादशी मनाई जाती है। हिंदू धर्म में ये दिन बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। इस दिन श्री हरि ने वामन अवतार के रूप में जन्म लिया था। भागवत पुराण के अनुसार वामन भगवान विष्णु के दशावतार में से पांचवें अवतार थे और इनका जन्म त्रेता युग में हुआ था। जो भी व्यक्ति सच्चे मन से इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करता है, उसके जीवन से समस्त दुःख दूर हो जाते हैं। तो चलिए सबसे पहले जानते हैं कब मनाई जाएगी वामन द्वादशी और मुहूर्त।
Date of vaman dwadashi वामन द्वादशी की तिथि
वामन द्वादशी की शुरुआत 26 सितंबर 2023 को सुबह 5 बजे से होगी और 27 सितंबर 2023 बुधवार के दिन सुबह 01 बजकर 45 मिनट पर इसका समापन होगा। ऐसे में वामन द्वादशी 26 सितंबर को मनाई जाएगी।
Worship method of Vaman Jayanti वामन जयंती की पूजा विधि
वामन जयंती के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान-ध्यान के बाद पूजा की तैयारी करें।
इसके बाद एक चौकी पर पीला वस्त्र बिछाकर वामन अवतार की तस्वीर स्थापित करें। अगर इनकी तस्वीर नहीं है तो भगवान विष्णु की तस्वीर भी स्थापित की जा सकती है।
भगवान वामन को रोली, पीले फूल और नैवेद्य आदि अर्पित करें। दही और मिश्री का भोग लगाएं।
पूजा के बाद वामन अवतार की कथा पढ़ें या सुनें। इससे आपकी सोई हुई किस्मत जाग जाएगी।

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Vaman Dwadashi Importance वामन द्वादशी का महत्व
कहते हैं इस दिन भगवान वामन की पूजा करने से व्यक्ति के अंदर का अहंकार नष्ट हो जाता है। इसी के साथ आत्मबल में भी वृद्धि होती है। वामन द्वादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से बुरे कर्मों से भी छुटकारा मिलता है।
