इस मुस्लिम देश में मिली 5000 साल पुरानी शराब, अब खुलेंगे कई बड़े राज

Edited By Updated: 22 May, 2025 09:28 PM

5000 year old wine found in this muslim country

मिस्र के एबिडोस शहर में पुरातत्वविदों ने एक बेहद दिलचस्प खोज की है। यहां करीब 5,000 साल पुराने वाइन जार मिले हैं। चौंकाने वाली बात ये है कि इन जार में से कई आज भी मूल स्टॉपर से सीलबंद हैं और उन्हें रानी के दफन होने के बाद से कभी खोला नहीं गया।

नेशनल डेस्क: मिस्र के एबिडोस शहर में पुरातत्वविदों ने एक बेहद दिलचस्प खोज की है। यहां करीब 5,000 साल पुराने वाइन जार मिले हैं। चौंकाने वाली बात ये है कि इन जार में से कई आज भी मूल स्टॉपर से सीलबंद हैं और उन्हें रानी के दफन होने के बाद से कभी खोला नहीं गया। यह खोज रानी मेरेट नीथ की कब्र से की गई है जो मिस्र की शुरुआती शासक महिलाओं में से एक मानी जाती हैं।

विएना यूनिवर्सिटी की टीम की बड़ी उपलब्धि

इस खोज का नेतृत्व विएना यूनिवर्सिटी की पुरातत्वविद् क्रिस्टियाना कोहलर ने किया है। उनकी टीम को रानी मेरेट नीथ की शाही कब्र में सैंकड़ों शराब के बर्तन मिले, जो आज भी काफी हद तक सुरक्षित हैं। ये बर्तन न केवल ऐतिहासिक दृष्टिकोण से बल्कि वैज्ञानिक शोध के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं।

सीलबंद जार में अब भी मौजूद है शराब

इन जारों की खासियत यह है कि कई बर्तन अब भी सीलबंद स्थिति में हैं और इनके अंदर की शराब के अंश अब भी मौजूद हैं। इससे यह जानना संभव हो सकेगा कि प्राचीन मिस्रवासी शराब कैसे बनाते थे, उसे कैसे सहेजते थे और किन अवसरों पर उपयोग करते थे।

अंगूर के बीज भी सुरक्षित मिले

इन वाइन जारों के साथ-साथ संरक्षित अंगूर के बीज भी मिले हैं। यह बीज वैज्ञानिकों को शुरुआती अंगूर की खेती को समझने में मदद करेंगे और साथ ही आधुनिक अंगूर की किस्मों से उनके आनुवंशिक संबंध जानने का भी मौका देंगे।

जारों के रासायनिक विश्लेषण से होंगे नए खुलासे

विशेषज्ञों का मानना है कि इन जारों का रासायनिक विश्लेषण करने से यह पता चल सकेगा कि शराब बनाने में किस अंगूर की किस्म, किण्वन की कौन सी विधि और कौन-कौन सी अन्य सामग्री इस्तेमाल होती थी। इससे 5 हजार साल पुरानी शराब बनाने की तकनीक को समझा जा सकेगा।

शराब का शाही महत्व और धार्मिक भूमिका

शराब सिर्फ एक पेय नहीं थी बल्कि प्राचीन मिस्र में यह एक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक प्रतीक मानी जाती थी। रानी के मकबरे में शराब के इतने बड़े भंडारण से यह स्पष्ट होता है कि इसे राजसी दर्जा प्राप्त था। यह दफन अनुष्ठानों का एक अहम हिस्सा था और मृतकों की आत्मा की यात्रा के लिए एक आवश्यक वस्तु मानी जाती थी।

मकबरे के शिलालेखों से मिले हैं महत्वपूर्ण संकेत

रानी मेरेट नीथ की कब्र से मिले शिलालेखों और दरबारियों की कब्रों से इस बात के भी संकेत मिले हैं कि उस समय शराब का उपयोग केवल एक भोज्य पदार्थ के रूप में नहीं था, बल्कि यह राजनीतिक और धार्मिक आयोजनों में भी एक प्रमुख भूमिका निभाती थी।

रानी मेरेट नीथ: मिस्र की पहली महिला शासकों में से एक

रानी मेरेट नीथ को मिस्र की प्रारंभिक महिला शासकों में गिना जाता है। उनका शासनकाल लगभग 3000 ईसा पूर्व माना जाता है। उनकी कब्र का यह भव्य स्वरूप और उसमें मिली वस्तुएं यह दर्शाती हैं कि वे राजघराने की बेहद प्रभावशाली सदस्य थीं।

यह खोज क्यों है खास?

  • इतिहास और विज्ञान का मेल: इस खोज से ना सिर्फ इतिहास की जानकारी मिलेगी बल्कि यह वैज्ञानिक शोध में भी मददगार साबित होगी।
  • दुर्लभ संरक्षण: इतने वर्षों बाद भी वाइन जार का सीलबंद होना अपने आप में दुर्लभ है।
  • प्राचीन तकनीकों की झलक: इससे यह जाना जा सकेगा कि उस दौर में भोजन और पेय को कैसे संरक्षित किया जाता था।
  • आध्यात्मिक संकेत: इससे मिस्र की प्राचीन धार्मिक मान्यताओं और अंतिम संस्कार प्रथाओं की झलक मिलती है।

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