Edited By Tanuja,Updated: 19 May, 2022 03:50 PM
अफगानिस्तान में महिलाओं के अधिकारों पर कुठाराघात करने के बाद अब तालिबान ने अपने नवीनतम आदेशों में अफगान के संयुक्त राष्ट्र...
इंटरनेशनल डेस्कः अफगानिस्तान में महिलाओं के अधिकारों पर कुठाराघात करने के बाद अब तालिबान ने अपने नवीनतम आदेशों में अफगान के संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन (UNAMA) की महिला स्टाफ सदस्यों को हिजाब पहनने का आदेश दिया। खामा प्रेस ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि यह आदेश धार्मिक मामलों के मंत्रालय की तरफ से जारी किया गया है।
UNAMA की तरफ से जारी एक बयान के अनुसार, मंत्रालय के अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि उसके कर्मचारी संयुक्त राष्ट्र के कार्यालय के बाहर खड़े रहकर महिला कर्मियों की निगरानी करेंगे। अगर कोई महिला कर्मी बिना हिजाब पाई गई, तो उसे विनम्रता से समझाया जाएगा। यूएन दफ्तर के बाहर महिला कर्मियों के लिए हिजाब अनिवार्य करने संबंधी पोस्टर भी चिपकाए गए हैं।
मंत्रालय ने कहा कि महिला कर्मियों के लिए चादरी या बुर्का पहनना बेहतर होगा। ह्यूमन राइट वाच के महिला अधिकार प्रभाग की एसोसिएट डायरेक्टर हीथर बर्र ने ट्वीट किया, 'तालिबान का दावा है कि नया पोशाक नियम एक सलाह है, लेकिन इसे थोपा जा रहा है। ऐसे में महिला कर्मियों की सुरक्षा व आजादी का क्या होगा?'
दुनिया की नजर जहां यूक्रेन पर है, वहीं मध्य एशियाई देश इस समय दोहरी मार झेल रहे हैं। उन्हें जहां पूर्वी यूरोप से अपनी तरफ खतरा बढ़ता महसूस हो रहा है, वहीं दक्षिणी सीमा पर अफगानिस्तान से फैल रहे आतंकवाद ने चिंता बढ़ा दी है। रूस के नेतृत्व वाले कलेक्टिव सिक्योरिटी ट्रीटी आर्गनाइजेशन (सीएसटीओ) के सदस्य देशों ने इस मुद्दे पर सोमवार को मास्को में आयोजित सम्मेलन में मंथन किया।