Edited By Tanuja,Updated: 09 Jul, 2025 12:41 PM

चीन ने ताइवान की सेना से जुड़ी आठ कंपनियों पर बुधवार को निर्यात प्रतिबंध लगा दिया। उसने यह कदम तब उठाया है जब स्वशासित द्वीप ताइवान ने अपना वार्षिक सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया...
Bejing: चीन ने ताइवान की सेना से जुड़ी आठ कंपनियों पर बुधवार को निर्यात प्रतिबंध लगा दिया। उसने यह कदम तब उठाया है जब स्वशासित द्वीप ताइवान ने अपना वार्षिक सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने राष्ट्रीय और क्षेत्रीय सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए ताइवान की एयरोस्पेस और जहाज निर्माण समेत आठ कंपनियों को निर्यात प्रतिबंध सूची में डाल दिया है। नए नियम तत्काल प्रभाव से लागू हो गए हैं और इनके तहत इन कंपनियों के ‘‘डुअल-यूज़ आइटम्स'' (ऐसी वस्तुएं जो नागरिक और सैन्य दोनों उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल की जा सकती हैं) के निर्यात पर रोक लगाई गई है।
यह प्रतिबंध ऐसे समय में लगाया गया है जब ताइवान ने अपना वार्षिक हान कुआंग सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है। इस साल के अभ्यास अब तक के सबसे बड़े और सबसे लंबे अभ्यास माने जा रहे हैं, जो लगभग 10 दिन चलेंगे। ताइवान ने बुधवार को वार्षिक सैन्य अभ्यास शुरू किया, जिसका उद्देश्य चीनी आक्रमण के खतरों से रक्षा करना है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि अभ्यास की शुरुआत चीनी तटरक्षक बल और समुद्री मिलीशिया जहाजों की कार्रवाइयों का मुकाबला करने के साथ हुई, जिसमें चीनी तट के करीब अपतटीय द्वीप समूहों के आसपास ताइवान के जहाजों के लिए परेशानी पैदा की जा रही है।
मंत्रालय ने जनता से उड़ानों या यातायात में किसी भी व्यवधान के प्रति धैर्य बनाए रखने और अभ्यास के बारे में फैलाई जा रही झूठी सूचनाओं पर विश्वास न करने की अपील की। चीन ताइवान को अपना क्षेत्र मानता है और आवश्यकता पड़ने पर बलपूर्वक उस पर कब्जा करने की धमकी देता है। बीजिंग ने ताइवान के राष्ट्रपति लाई चिंग-ते को अलगाववादी करार दिया है और उनसे बातचीत करने से इनकार कर दिया है।