Edited By Tanuja,Updated: 09 Dec, 2020 11:22 AM
दुनिया भर में कोरोना वायरस वैक्सीन का इंतजार कर रहे लोगों के लिए एक राहत की खबर है। ऑक्सफोर्ड की कोरना वैक्सीन फेज 3 ट्रायल में 90 फीसदी से ...
लंदनः दुनिया भर में कोरोना वायरस वैक्सीन का इंतजार कर रहे लोगों के लिए एक राहत की खबर है। ऑक्सफोर्ड की कोरना वैक्सीन फेज 3 ट्रायल में 90 फीसदी से ज्यादा असरदार रही। लांसेट में प्रकाशित एक अंतरिम एनालिसिस के मुताबिक 24, 000 लोगों में केवल 3 पर इसका मामूली प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिला। फाइजर और मॉडर्ना के बाद अब ऑक्सफर्ड-एस्ट्राजेनेका फेज 3 ट्रायल का अंतरिम एनालिसिस जारी कर दिया है जिसके अनुसार दवा कमाल का असर दिखा रही है और कोई मृत्यु या अस्पताल में भर्ती होने की रिपोर्ट सामने नहीं आई है। इस वैक्सीन का भारत में आखिरी दौर का ट्रायल चल रहा है।
भारत में 'कोविशील्ड' नाम से उपलब्ध होने वाली यह वैक्सीन 70.4% असरदार पाई गई है। दो तरह की डोज के आंकड़े एक साथ रखने पर वैक्सीन की प्रभावोत्पादकता 70.4% रही। रिसर्चर्स के मुताबिक अलग-अलग ट्रायल करने पर वैक्सीन 90% तक असरदार मिली। वैक्सीन ज्यादा असरदार तब रही जब पहली डोज हल्की और दूसरी सामान्य रखी गई। यानी शुरुआती संकेत यह बताते हैं कि वैक्सीन वायरस ट्रांसमिशन को कम कर सकती है। वैक्सीन सेफ भी पाई गई है और किसी वालंटियर को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ी। भारत के लिहाज से यह बेहद अच्छी खबर है क्योंकि सरकार इसी टीके को सबसे पहले हासिल करने की ओर बढ़ रही है।
ऑक्सफर्ड वैक्सीन ग्रुप के डायरेक्टर और इस ट्रायल के चीफ इनवेस्टिगेटर प्रोफेसर एंड्रयू पोलार्ड के मुताबिक, 'यह नतीजे दिखाते हैं कि एक असरदार वैक्सीन कई जिंदगियां बचा सकती है।' उन्होंने बताया कि डोज के चार पैटर्न्स में से एक में वैक्सीन 90% तक असरदार रही और अगर हम वही पैटर्न अपनाएं तो कई लोगों को वैक्सीन दी जा सकती है। ट्रायल में पता चला कि अगर वैक्सीन की पहली डोज आधी दी जाए और दूसरी डोज पूरी तो यह 90% तक असर करती है।