Edited By Tanuja,Updated: 11 May, 2021 12:06 PM
कोरोना वेक्सीनेशन को लेकर दुनिया भर में कई लापरवाहियां सामने आ रही हैं। इस कारण कई लोगों की जान भी जोखिम में पड़ चुकी है। ऐसा ही नया मामले सामने आया है ...
इंटरनेशनल डेस्कः कोरोना वेक्सीनेशन को लेकर दुनिया भर में कई लापरवाहियां सामने आ रही हैं। इस कारण कई लोगों की जान भी जोखिम में पड़ चुकी है। ऐसा ही नया मामले सामने आया है जिसमें एक महिला को कोरोना वैक्सीन की गलती से छह खुराकें दे दी गईं। महिला की उम्र 23 साल है और उसे फाइजर बायोएनटेक की छह खुराकें गलती से दे दी गई। महिला पर वैक्सीन की इतनी खुराकों का कोई गलत असर ना पड़े, इसके लिए उसे अस्पताल में निगरानी पर रखा गया। महिला अस्पताल के मनोवैज्ञानिक विभाग में इंटर्न थी।
मामला इटली टस्कनी में नोआ अस्पताल का बताया जा रहा है। हालांकि अब महिला को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। अस्पताल प्रशासन ने कहा कि इस मामले को लेकर आंतरिक जांच बैठा दी है। उन्होंने कहा कि ये पूरी तरह से मानवीय गलती है और इसे जानबूझकर नहीं किया गया है। अस्पताल के प्रवक्ता डेनिएला ने बताया कि मरीज को 24 घंटे के लिए अस्पताल प्रशासन की निगरानी में रखा गया। उन्होंने बताया कि नर्स ने गलती से एक ही शीशी की सारी खुराक सीरींज में डालकर लगा दी। उन्होंने आगे कहा कि महिला का स्वास्थ्य ठीक है। 24 घंटे की निगरानी के बाद सोमवार को महिला को छोड़ा गया।
उन्होंने बताया कि एक हेल्थ वर्कर ने वैक्सीन वाली सीरींज में पूरी शीशी की वैक्सीन ले ली और महिला को लगा दी जबकि उस शीशी में वैक्सीन की छह खुराकें होती हैं। जल्द ही हेल्थ वर्कर को अपनी गलती का एहसास हुआ और महिला को इसके बारे में बताया गया। अस्पताल प्रवक्ता ने बताया कि हेल्थ वर्कर ने जब पांच खाली सीरींज देखी तो अपनी गलती का अहसास हुआ। उन्होंने कहा कि डॉक्टर लगातार महिला मरीज के इम्यून रिस्पांस की निगरानी कर रहे थे कि इतनी खुराक एक साथ लेने के बाद ये कैसे प्रतिक्रिया देगा।
अप्रैल की शुरुआत में इटली की सरकार ने स्वास्थ्य कर्मियों और फार्मेसी कर्मचारियों को वैक्सीन लगाना जरूरी कर दिया था। अगर कोई स्वास्थ्य कर्मी वैक्सीन लेने से मना करता है तो उसे ऐसी जगह पर काम करने दिया जाएगा जहां किसी कोरोना मरीज से बेहद कम संपर्क हो।