शीत युद्ध के बाद पहली बार रूस ने पकड़ा अमेरिकी जर्नलिस्‍ट, लगाया जासूसी का आरोप

Edited By Pardeep,Updated: 30 Mar, 2023 10:34 PM

russia caught american journalist for the first time since the cold war

रूस में ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल' के लिए काम करने वाले एक अमेरिकी पत्रकार को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। रूस की शीर्ष सुरक्षा एजेंसी एफएसबी ने यह जानकारी दी। शीत युद्ध के बाद से जासूसी के आरोपों में किसी अमेरिकी पत्रकार की गिरफ्तारी का यह...

मॉस्कोः रूस में ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल' के लिए काम करने वाले एक अमेरिकी पत्रकार को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। रूस की शीर्ष सुरक्षा एजेंसी एफएसबी ने यह जानकारी दी। शीत युद्ध के बाद से जासूसी के आरोपों में किसी अमेरिकी पत्रकार की गिरफ्तारी का यह पहला मामला है। 

जासूसी के आरोपों को वॉल स्ट्रीट जर्नल ने किया खारिज
अखबार ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल' ने जासूसी के आरोपों को खारिज किया है। संघीय सुरक्षा सेवा (एफएसबी) ने बृहस्पतिवार को बताया कि इवान गेर्शकोविच को येकातेरिनबर्ग के यूराल माउंटेन्स शहर में कथित तौर पर गोपनीय जानकारी हासिल करने की कोशिश करते हुए हिरासत में लिया गया। एफएसबी ने कहा कि गेर्शकोविच ‘‘गेर्शकोविच अमेरिका के आदेश पर रूसी सैन्य औद्योगिक परिसर के एक उद्यम की गतिविधियों के बारे में गोपनीय जानकारी एकत्र कर रहे थे।'' 

दमित्री पेसकोव ने कहा, यह कोई संदेह का मामला नहीं 
रूस के राष्ट्रपति कार्यालय ‘क्रेमलिन' के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह कोई संदेह का मामला नहीं है। यह तथ्य है कि उन्हें (गेर्शकोविच) रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।'' अखबार ने एक बयान में कहा, ‘‘वॉल स्ट्रीट जर्नल एफएसबी के आरोपों का पुरजोर खंडन करता है और हमारे भरोसेमंद और समर्पित पत्रकार की तुरंत रिहाई की मांग करता है। हम गेर्शकोविच और उनके परिवार के साथ खड़े हैं।'' 

जासूसी के आरोपों में गिरफ्तार होने वाले गेर्शकोविच पहले अमेरिकी संवाददाता 
यूक्रेन में युद्ध को लेकर रूस और पश्चिमी देशों में तनाव बढ़ने के बीच उन्हें गिरफ्तार किये जाने का मामला आया है। हाल के समय में रूस ने विपक्षी कार्यकर्ताओं, स्वतंत्र पत्रकारों और नागरिक संस्थाओं के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। सितंबर 1986 के बाद रूस में जासूसी के आरोपों में गिरफ्तार होने वाले गेर्शकोविच पहले अमेरिकी संवाददाता हैं। तब ‘यूएस न्यूज एंड वर्ल्ड रिपोर्ट' के मॉस्को संवाददाता निकोलस डेनिलॉफ को तत्कालीन खुफिया एजेंसी ‘केजीबी' ने गिरफ्तार किया था। 

दोषी पाए जाने पर गेर्शकोविच को हो सकती है 20 साल की कैद
निकोलस को सोवियत संघ के संयुक्त राष्ट्र मिशन में कार्यरत एक कर्मचारी की रिहाई के बदले 20 दिन बाद बिना आरोपों के छोड़ा गया। कर्मचारी को अमेरिकी जांच एजेंसी ‘एफबीआई' ने गिरफ्तार किया था। मॉस्को की एक अदालत ने बृहस्पतिवार को सुनवाई में गेर्शकोविच को जांच पूरी होने तक जेल में रखने का आदेश दिया। दोषी पाए जाने पर गेर्शकोविच को 20 साल की कैद हो सकती है। गेर्शकोविच ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल' के मॉस्को ब्यूरो में रूस, यूक्रेन और सोवियत युग के अन्य देशों की खबरें देते थे। एफएसबी ने उल्लेख किया कि गेर्शकोविच को पत्रकार के रूप में काम करने के लिए रूसी विदेश मंत्रालय से मान्यता प्राप्त थी, लेकिन मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा कि गेर्शकोविच ‘‘उन गतिविधियों में शामिल थे, जिनका पत्रकारिता से कोई लेना-देना नहीं है।'' 

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