Edited By Mehak,Updated: 30 Oct, 2025 11:37 AM

साउथ कोरिया में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। ट्रंप ने चीन पर लगे टैरिफ को 57% से घटाकर 47% करने की घोषणा की। बैठक में सोयाबीन खरीद दोबारा शुरू करने और रेयर अर्थ मेटल्स के...
इंटरनेशनल डेस्क : अमेरिका और चीन के बीच लंबे समय से जारी आर्थिक तनाव के बीच साउथ कोरिया में हुई मुलाकात ने एक नई दिशा दे दी है। गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बुसान शहर में दो घंटे से अधिक चली बंद कमरे की बैठक में कई अहम समझौते हुए। इस दौरान टैरिफ घटाने से लेकर सोयाबीन खरीद फिर से शुरू करने तक पर सहमति बनी।
टैरिफ में 10% की कटौती, अब 57% से घटकर 47%
बैठक के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि चीन पर लगे टैरिफ में 10 प्रतिशत की कमी की जाएगी। पहले यह दर 57% थी, जो अब घटाकर 47% कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह कदम दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्तों को मजबूती देगा और नए आर्थिक सहयोग की शुरुआत करेगा। ट्रंप ने इस मुलाकात को 'शानदार और सकारात्मक' बताया। उन्होंने कहा कि शी जिनपिंग के साथ बातचीत बेहद उपयोगी रही और आने वाले समय में इसके कई सकारात्मक नतीजे देखने को मिलेंगे।
सोयाबीन खरीद पर बनी सहमति, अमेरिकी किसानों को बड़ी राहत
बैठक के दौरान सोयाबीन की खरीदारी का मुद्दा भी चर्चा में रहा। ट्रंप ने बताया कि चीन ने अब अमेरिकी सोयाबीन की खरीद तुरंत शुरू करने पर सहमति दी है। ट्रंप ने कहा, 'यह हमारे किसानों के लिए एक बड़ी जीत है। अब अमेरिकी कृषि क्षेत्र को पहले जैसी रफ्तार मिलेगी। चीन हमारे किसानों का सबसे बड़ा खरीदार रहा है, और इस समझौते के बाद यह रिश्ता फिर से मजबूत होगा।' दरअसल, अमेरिका हर साल अरबों डॉलर मूल्य का सोयाबीन निर्यात करता है, जिसमें चीन की हिस्सेदारी सबसे अधिक रही है। बीते वर्ष अमेरिका ने लगभग 24.5 अरब डॉलर का सोयाबीन निर्यात किया था, जिसमें से करीब 12.5 अरब डॉलर का हिस्सा केवल चीन ने खरीदा था। हालांकि, टैरिफ विवाद के चलते चीन ने यह खरीद रोक दी थी, जिससे अमेरिकी किसानों को भारी नुकसान हुआ था।
US-China संबंधों में नई शुरुआत
डोनाल्ड ट्रंप ने बैठक के बाद कहा कि ये मुलाकात 'अमेरिका-चीन संबंधों के नए अध्याय की शुरुआत' है। उन्होंने बताया कि कई विवादित मुद्दों पर समझौता हो चुका है और आने वाले दिनों में विस्तृत निष्कर्ष जारी किए जाएंगे। ट्रंप ने कहा कि अब दोनों देशों के बीच न तो व्यापारिक अवरोध रहेंगे और न ही राजनीतिक टकराव की स्थिति बनेगी।
रेयर अर्थ मिनरल्स और चिप इंडस्ट्री पर भी बनी बात
अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, बैठक में रेयर अर्थ मिनरल्स (Rare Earth Minerals) और चिप निर्माण उद्योग पर भी अहम फैसले लिए गए। ट्रंप ने बताया कि चीन रेयर अर्थ मिनरल्स के निर्यात को जारी रखेगा, जिससे अमेरिकी सप्लाई चेन की चिंताएं कम होंगी। साथ ही शी जिनपिंग ने NVIDIA और अन्य अमेरिकी कंपनियों के साथ चिप तकनीक पर सहयोग जारी रखने की बात कही है। उन्होंने यह भी कहा कि चीन ने फेंटेनाइल (Fentanyl) जैसे खतरनाक पदार्थ की अवैध तस्करी को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने का वादा किया है।
अब अमेरिकी बाजार में चीनी निर्यात पर कोई रुकावट नहीं
ट्रंप ने साफ किया कि अब अमेरिकी बाजार में चीन के निर्यात को कोई बाधा नहीं रोकेगी। उन्होंने कहा, 'हमारा उद्देश्य वैश्विक व्यापार में पारदर्शिता और स्थिरता लाना है। चीन और अमेरिका अब साझेदारी के नए दौर में प्रवेश कर रहे हैं।'
आर्थिक सहयोग और वैश्विक असर
विशेषज्ञों का मानना है कि यह बैठक दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच तनाव को काफी हद तक कम करेगी। टैरिफ में कमी से वैश्विक व्यापार और सप्लाई चेन पर सकारात्मक असर पड़ेगा। वहीं, सोयाबीन की खरीद दोबारा शुरू होने से अमेरिकी कृषि बाजार में नई जान आएगी।