Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 26 May, 2025 02:00 PM

भारत की सीमाएं सिर्फ सैनिकों की ताकत से ही नहीं, बल्कि उन अत्याधुनिक हथियारों से भी सुरक्षित हैं जो जरूरत पड़ने पर पल में दुश्मन को धूल चटा सकते हैं। ये हथियार ना सिर्फ तकनीकी रूप से मजबूत हैं, बल्कि इनका संचालन भी दुश्मन को भनक लगे बिना किया जा...
नेशनल डेस्क: भारत की सीमाएं सिर्फ सैनिकों की ताकत से ही नहीं, बल्कि उन अत्याधुनिक हथियारों से भी सुरक्षित हैं जो जरूरत पड़ने पर पल में दुश्मन को धूल चटा सकते हैं। ये हथियार ना सिर्फ तकनीकी रूप से मजबूत हैं, बल्कि इनका संचालन भी दुश्मन को भनक लगे बिना किया जा सकता है। इन्हीं को भारत के ‘साइलेंट हीरोज’ कहा जा सकता है।
राफेल लड़ाकू विमान:
फ्रांस से खरीदे गए राफेल जेट को भारतीय वायुसेना की रीढ़ कहा जाता है। इसकी खास बात यह है कि यह किसी भी मौसम में, किसी भी ऊंचाई पर मार करने में सक्षम है। इसमें SCALP और Meteor जैसी मिसाइलें लगी हैं, जो इसे और खतरनाक बनाती हैं।
SCALP मिसाइलें:
राफेल में लगी SCALP मिसाइलें 500 किलोमीटर से भी ज्यादा दूरी तक दुश्मन के ठिकाने को निशाना बना सकती हैं। यह जमीन पर मौजूद किसी भी रणनीतिक ठिकाने को सटीकता से खत्म करने में सक्षम है।
ब्रह्मोस मिसाइल:
भारत और रूस की साझेदारी से बनी ब्रह्मोस मिसाइल दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों में गिनी जाती है। इसे जमीन, हवा और समुद्र—तीनों से दागा जा सकता है। इसकी रफ्तार और सटीकता इतनी तेज है कि दुश्मन को बचाव का मौका ही नहीं मिलता।
S-400 एयर डिफेंस सिस्टम:
रूस से मंगाया गया यह सिस्टम भारत की हवाई सीमाओं की सुरक्षा करता है। यह एक साथ 36 टारगेट को पहचान सकता है और 400 किलोमीटर दूर तक दुश्मन के फाइटर जेट, ड्रोन या मिसाइल को हवा में ही मार गिराने की क्षमता रखता है।
मिग-29 और सुखोई:
मिग-29 और सुखोई जैसे पुराने लेकिन भरोसेमंद फाइटर जेट्स आज भी भारत की वायुसीमा पर तैनात हैं। इन्हें लगातार अपग्रेड किया जा रहा है ताकि यह आधुनिक तकनीकों से लैस रहें।
आकाश मिसाइल सिस्टम:
यह स्वदेशी मिसाइल प्रणाली भारत की वायुसेना और थलसेना दोनों के लिए अहम है। यह दुश्मन के हेलीकॉप्टर, ड्रोन और लड़ाकू विमानों को 25 किलोमीटर तक की रेंज में खत्म कर सकती है।