Edited By Tanuja,Updated: 15 Jun, 2025 04:38 PM

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरपोर्ट से कोलकाता जा रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX-1511 को शनिवार को उड़ान से ठीक पहले तकनीकी खराबी के कारण रोक दिया गया।....
International Desk: लंदन जाने के लिए टेकऑफ दौरान क्रैश हुए एयर इंडिया विमान के बाद लोगों में हवाई यात्रा को लेकर डर का माहौल है। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरपोर्ट से कोलकाता जा रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX-1511 को शनिवार को उड़ान से ठीक पहले तकनीकी खराबी आई तो यात्रियों की सांसें थम गईं और वे सहम गए। इस दौरान विमान रनवे पर एक घंटे से भी अधिक समय तक खड़ा रहा, जिससे यात्रियों में चिंता फैल गई। हालांकि कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई और सभी यात्री सुरक्षित हैं।
यह उड़ान गाजियाबाद के हिंडन सिविल टर्मिनल से रवाना होने वाली थी। हिंडन एयरबेस मुख्य रूप से रक्षा कार्यों के लिए प्रयोग होता है, लेकिन हाल ही में वहां से सीमित नागरिक उड़ानों की शुरुआत हुई है।जैसे ही विमान रनवे पर टेक-ऑफ की तैयारी में था, उसी समय फ्लाइट क्रू ने एक तकनीकी खराबी को नोटिस किया। विमान को तुरंत रोक दिया गया और ग्राउंड इंजीनियरिंग टीम को बुलाया गया।फिलहाल एयर इंडिया एक्सप्रेस ने खराबी की प्रकृति का खुलासा नहीं किया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि यह इंजन या कंट्रोल सिस्टम से जुड़ी चेतावनी हो सकती है, जिसे उड़ान भरने से पहले पकड़ लिया गया।जांच के लिए विमान को रनवे से हटाकर ग्राउंड टेक्नीशियनों की निगरानी में खड़ा किया गया। इससे फ्लाइट में लगभग एक घंटे की देरी हुई यात्रियों की सांस थमी रही।
एयर इंडिया एक्सप्रेस की ओर से जारी बयान में कहा गया कि “हमारी हिंडन-कोलकाता उड़ान को निर्धारित विमान में तकनीकी समस्या आने के कारण देरी का सामना करना पड़ा। हम यात्रियों को हुई असुविधा के लिए खेद प्रकट करते हैं। यात्रियों को पूर्ण रिफंड, मुफ्त री-शेड्यूलिंग और रद्द करने की सुविधा दी गई है।” कुछ यात्रियों ने सोशल मीडिया पर नाराज़गी ज़ाहिर की लेकिन साथ ही पायलट और क्रू की सतर्कता की सराहना भी की। एक यात्री ने ट्वीट किया कि "अगर पायलट तकनीकी खराबी तुरंत नहीं पहचानता, तो ये बहुत गंभीर हादसा हो सकता था। शुक्र है कि सब समय रहते संभाल लिया गया।" हिंडन एयरपोर्ट के सूत्रों ने बताया कि यह एक प्रोटोकॉल-आधारित स्टैंडर्ड रेस्पॉन्स था, जहां किसी भी प्रकार की तकनीकी गड़बड़ी की सूचना मिलते ही विमान को उड़ान से पहले रोक दिया जाता है।