Edited By Anu Malhotra,Updated: 26 May, 2025 09:42 AM

BSE सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 613.22 अंकों की तेजी के साथ 82,334.30 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 181.35 अंक चढ़कर 25,034.50 पर कारोबार करता दिखा। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी मजबूती नजर आई, जिससे बाजार में चौतरफा तेजी देखने को मिली।
नेशनल डेस्क: हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार को शेयर बाजार ने शानदार शुरुआत की। इसके पीछे तीन बड़े कारण माने जा रहे हैं — अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा यूरोपीय यूनियन पर टैरिफ लगाने का फैसला टालना, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा सरकार को दिया गया रिकॉर्ड डिविडेंड और नीति आयोग के सीईओ की यह टिप्पणी कि भारत अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है।
BSE सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 613.22 अंकों की तेजी के साथ 82,334.30 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 181.35 अंक चढ़कर 25,034.50 पर कारोबार करता दिखा। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी मजबूती नजर आई, जिससे बाजार में चौतरफा तेजी देखने को मिली।
बाजार में उत्साह, लेकिन उतार-चढ़ाव भी
हालांकि शुरुआती तेजी के बावजूद, बाजार में वोलैटिलिटी (अस्थिरता) भी बढ़ गई, जो संकेत देती है कि आगे दिन में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट डॉ. वी.के. विजयकुमार ने कहा, “RBI का रिकॉर्ड डिविडेंड और भारत का GDP मील का पत्थर बाजार की भावनाओं को मजबूती दे रहे हैं।"
उन्होंने बताया कि RBI का डिविडेंड बजट अनुमान से अधिक रहा, जिससे FY26 में राजकोषीय घाटा 4.4% तक सीमित रखने में मदद मिलेगी। यह ट्रेंड कम महंगाई और घटती ब्याज दरों के बीच शेयर बाजारों के लिए अनुकूल है। विजयकुमार ने वैश्विक स्तर पर भी सावधानी बरतने की सलाह दी। उन्होंने कहा, “ट्रंप की ओर से टैरिफ छूट सिर्फ अस्थायी राहत है। उनका यह बयान कि अगर iPhone अमेरिका में नहीं बना तो Apple पर 25% टैरिफ लगाया जाएगा, दर्शाता है कि वैश्विक घटनाएं कितनी जल्दी बाजार की दिशा बदल सकती हैं।”