Edited By Pardeep,Updated: 22 May, 2025 06:00 AM

श्रीराम जन्मभूमि निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि अयोध्या में प्रतिष्ठित राम मंदिर का निर्माण 5 जून 2025 तक पूरा हो जाएगा।
नेशलन डेस्कः श्रीराम जन्मभूमि निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि अयोध्या में प्रतिष्ठित राम मंदिर का निर्माण 5 जून 2025 तक पूरा हो जाएगा। इस दिन राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा का भव्य समारोह आयोजित किया जाएगा, जिसमें भगवान राम, सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान की मूर्तियों की प्रतिष्ठा की जाएगी।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह का विवरण
राम दरबार की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा 5 जून को होगी, जबकि अनुष्ठान 3 जून से शुरू होंगे। इस दौरान परिसर में सात अन्य मंदिरों के लिए भी धार्मिक अनुष्ठान किए जाएंगे। इन मंदिरों में ऋषि वशिष्ठ, वाल्मीकि, अगस्त्य, विश्वामित्र, अहिल्या, शबरी और निषादराज के मंदिर शामिल हैं।
मंदिर की संरचना और निर्माण कार्य
राम मंदिर का निर्माण तीन चरणों में किया गया है:
-
पहला चरण: भूतल का निर्माण और रामलला का विग्रह स्थापित करना।
-
दूसरा चरण: मंदिर की दूसरी मंजिल का निर्माण, जो अब लगभग पूरा हो चुका है।
-
तीसरा चरण: राम दरबार की मूर्तियों की प्रतिष्ठा और गर्भगृह का निर्माण।
राम दरबार की मूर्तियों को जयपुर के कारीगरों ने राजस्थान की मकराना संगमरमर से तैयार किया है।
सुरक्षा और तकनीकी व्यवस्थाएं
समारोह के दौरान सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा, जिनमें एआई-सक्षम सीसीटीवी, ड्रोन रोधी तकनीक, स्मार्ट ट्रैफिक प्रबंधन और क्रैश-रेटेड बोलार्ड्स शामिल हैं। इसके अलावा, समारोह का लाइव प्रसारण न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर भी किया जाएगा।
दर्शन की व्यवस्था
प्राण प्रतिष्ठा के एक सप्ताह के भीतर मंदिर के नए हिस्से को जनता के लिए खोला जाएगा। पहली मंजिल पर सीमित स्थान होने के कारण, एक दिन में 750-1000 लोगों को राम दरबार में दर्शन की अनुमति दी जाएगी। इसके लिए लोग ऑनलाइन पास प्राप्त कर सकेंगे।
यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह अयोध्या के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को भी पुनर्जीवित करेगा।