Edited By Seema Sharma,Updated: 30 May, 2023 03:32 PM
राजस्थान कांग्रेस की अंतर्कलह सुलझती नजर आ रही है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट से सुलह के बाद मीडिया के सामने कहा कि अगर पायलट पार्टी में हैं तो हम मिलकर काम करेंगे।
नेशनल डेस्क: राजस्थान कांग्रेस की अंतर्कलह सुलझती नजर आ रही है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट से सुलह के बाद मीडिया के सामने कहा कि अगर पायलट पार्टी में हैं तो हम मिलकर काम करेंगे। गहलोत ने कहा कि अगली बार भी सरकार तभी सत्ता में आएगी, जब सब मिलकर एख होकर काम करेंगे। वहीं मीडिया ने जब पूछा कि पायलट का पार्टी में क्या रोल रहेगा तो इसके जवाब में सीएम गहलोत ने कहा कि रोल की भूमिक हमारी नहीं होती है, हाईकमान की होती है।
पायलट की भी क्या भूमिका होगी इस पर यह हाईकमान तय करेगा। साथ ही गहलोत ने कहा कि मैं तो यह मानता हूं और कई बार कह चुका हूं कि मेरे लिए अब पद मायने नहीं रखता। तीन बार मुख्यमंत्री बना हूं। आप लोग समझ नहीं पा रहे है या मैं समझा नहीं पा रहा हूं । तीन बार मुख्यमंत्री बनना मायने रखता है। तीन बार केंद्रीय मंत्री बनना भी मायने रखता है। मुझे सबकुछ पार्टी ने दिया है। सोनिया गांधी जी और राहुल जी ने मुझ पर विश्वास किया है। आज मेरी ड्यूटी बनती है कि मैं वो काम करूं जिसे हाईकमान चाहे, किस प्रकार हम जितकर आए। उसके अंदर मैं अपनी भूमिक रखूं, जो मैं रख रहा हूं। वहीं गहलोत ने कहा कि धैर्य के साथ सबकुछ मिलता है, आप जो चाहते हैं वो एक न एक दिन जरूर आपको मिलेगा।
गहलोत ने दावा किया कि इस बार राज्य में हमारी सरकार रिपीट होगी। राजस्थान की जनता सच्चाई जानती है, अब चाहे मोदी जी आए या अमित शाह आए। मेरा एजेंडा है सिर्फ राजस्थान की सेवा करना। राजस्थान में योजनाएं लागू करना, जो बजट के अंदर में मैंने घोषणाएं की हैं, उनका क्रियान्वयन हो। यह मेरा एजेंडा है। माई-बाप जनता ही है। वह फैसला करेगी, वह हमें मंजूर होगा। सीएम गहलोत ने कहा कि भाजपा वाले लोगों को भ्रमित कर रहे हैं। वहीं गहलोत ने इसी के साथ संकेत दिए हैं कि राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 उन्हीं के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।